नई दिल्ली: यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को लेकर चौकाने वाला खुलासा हुआ है। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हिरासत में है। यह कार्रवाई बीते सोमवार को की गई, जिसके बाद जांच एजेंसियां उसके आतंकवाद से संबंध और संदिग्ध गतिविधियों की तहकीकात कर रही हैं।
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जांच में यह भी सामने आया है कि ज्योति का संबंध बिहार के भागलपुर जिले, खासकर सुल्तानगंज इलाके से है। पुलिस को जानकारी मिली है कि वह वर्ष 2023 में चार बार प्रसिद्ध अजगैबीनाथ मंदिर आई थी। यह मंदिर सावन महीने में श्रद्धालुओं से भरा रहता है। पुलिस को संदेह है कि ज्योति यहां धार्मिक श्रद्धा के नाम पर आकर मंदिर और आसपास की गतिविधियों की रेकी कर रही थी।
इस खुलासे के बाद भागलपुर पुलिस और स्थानीय खुफिया एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है। मंदिर परिसर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और CCTV कैमरों की संख्या में इजाफा किया गया है। भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) हृदयकांत ने बताया कि पुलिस अब यह जांच कर रही है कि ज्योति और किन-किन स्थानों पर गई थी, किन लोगों से उसकी मुलाकात हुई थी और उसने भागलपुर में किस प्रकार की गतिविधियों को अंजाम दिया।
इसके साथ ही, जांच एजेंसियां ज्योति के सोशल नेटवर्क, स्थानीय संपर्कों और आर्थिक लेनदेन की भी जांच कर रही हैं। इस मामले को लेकर कई शहरों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। NIA, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और हरियाणा पुलिस की एक संयुक्त पूछताछ टीम ने ज्योति से लंबी पूछताछ की है।
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान ज्योति ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां छिपाने की कोशिश की। इसके अलावा, वह जांच को गुमराह करने की कोशिश भी कर रही थी, जिससे उसकी मंशा पर और अधिक संदेह गहरा गया है।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि ज्योति के संपर्क कुछ विदेशी नेटवर्क से भी हो सकते हैं और इसी वजह से मामले की जांच अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी आगे बढ़ाई जा सकती है। सोशल मीडिया से लेकर उसके ईमेल, कॉल रिकॉर्ड, बैंकिंग ट्रांजेक्शन तक हर पहलू की गहन जांच की जा रही है।
इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि देश की साइबर और डिजिटल सुरक्षा को लेकर खतरे दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। जहां एक ओर आम जनता सोशल मीडिया को अपनी आवाज़ उठाने का जरिया मानती है, वहीं कुछ लोग इसका दुरुपयोग कर देश की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं।