पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना जिला के बिहटा में राज्य आपदा रिस्पॉन्स बल (एसडीआरएफ) वाहिनी मुख्यालय के नये भवन का उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भवन एवं पूरे परिसर का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
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इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा रिस्पॉन्स बल द्वारा बाढ़ एवं आपदा के समय किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। साथ ही वहां लगाई गई प्रदर्शनी में आपदा के समय उपयोग किए जानेवाले उपकरणों / साधनों की कार्यपद्धतियों के बारे में भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित जवानों की हौसलाअफजाई की और कहा कि आपलोग इसी तरह अच्छे से काम करते रहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बाढ़, आगजनी, भूकंप, चक्रवात, नदी में डूबने की घटना आदि आपदा के दौरान खोज, बचाव एवं राहत कार्यों के लिए एसडीआरएफ का गठन एक विशेष प्रशिक्षित बल के रूप में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2006 के प्रावधानों के अंतर्गत किया गया है। इसके बटालियन के मुख्यालय के लिए पटना के बिहटा में राज्य सरकार के द्वारा 25 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई है। बटालियन के अधिकारियों तथा जवानों के आवासन तथा कार्यालय के लिए भवन निर्माण विभाग द्वारा वर्ष 2013 में अस्थायी पोटा केबिन का निर्माण किया गया।
उन्होंने कहा कि इन अस्थायी संरचना के काफी पुराना हो जाने पर तथा एसडीआरएफ के कार्यबल में बढ़ोतरी के कारण वहां आवासन एवं कार्यालय कार्य के संचालन में काफी कठिनाई हो रही थी। इसलिए उनके निर्देश पर एसडीआरएफ के अधिकारियों एवं जवानों के बेहतर आवासन, प्रशिक्षण एवं कार्यालय के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा 267.24 करोड़ रुपये की योजना की प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी तथा निर्माण की जिम्मेवारी भवन निर्माण विभाग को दी गयी।
दरअसल, आज 04 मंजिला प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया गया है, जिसमें आपदा प्रबंधन विभाग के विभिन्न स्तर के पदाधिकारियों के लिए कार्यालय कक्ष का निर्माण कराया गया है। 03 मंजिला प्रशिक्षण भवन है, जिसमें 06 स्मार्ट क्लास रूम, पुस्तकालय, सभाकक्ष तथा कम्प्यूटर लैब, फैकल्टी चैम्बर एवं कार्यालय कक्ष है। 03 मंजिला क्वार्टर मास्टर स्टोर है, जिसमें कुल 05 बड़े-बड़े भण्डार कक्ष हैं, जहां आपदा से जुड़े आवश्यक उपकरण नाव आदि रखे जाएंगे। 03 मंजिला क्यूआरटी भवन है, जिसमें बहुउद्देशीय हॉल, डॉरमेट्री, डायनिंग हॉल आदि हैं।
राज्य आपदा रिस्पांस बल के कर्मियों के आवासन के लिए 03 बैरक का निर्माण भी किया गया है। एक बैरक में 100 लोगों के रहने की व्यवस्था है, इस प्रकार 03 बैरक में कुल 300 लोग रह सकते हैं। हेड कांस्टेबलों एवं कास्टेबलों के आवासन के लिए बहुमंजिले भवन में कुल 132 यूनिट फ्लैट बनाये गये हैं। ऑफिसर्स मेस में कुल 06 गेस्ट रूम, मीटिंग रूम तथा डाइनिंग हॉल हैं। कमान्डेंट, डिप्टी कमान्डेंट, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर तथा डॉक्टर के आवासन के लिए अलग-अलग भवनों का निर्माण किया गया है।