नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद नए चेहरे की तलाश तेज हो गई है। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में फिलहाल उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। वहीं केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया भी दौड़ में शामिल हैं।
इनके अलावा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल और गोरधन जडफिया को भी मुख्यमंत्री बनाये जाने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य की कमान किसी अन्य नए चेहरे के हाथ में सौंपी जा सकती है।
रुपाणी के इस्तीफे के बाद गांधीनगर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय ‘कमलम्’ में भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव, प्रदेश सह-प्रभारी सुधीर गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल समेत राज्य इकाई के वरिष्ठ नेताओं ने बैठक की। इस बैठक में तय हुआ कि नए मुख्यमंत्री का चयन करने के लिए आज रात ही विधायक दल की बैठक होगी। बैठक के बाद भाजपा नेतृत्व ने सभी विधायकों को राजधानी पहुंचने की सूचना दे दी गई।
गुजरात प्रदेश सह-प्रभारी सुधीर गुप्ता ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से बातचीत में कहा कि नए मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए पार्टी की तय प्रक्रिया है। उस प्रक्रिया का पालन कर जल्द ही नए मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा।
इससे पहले रुपाणी ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। इस दौरान उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और भूपेन्द्र सिंह चूडासमा भी राजभवन में उपस्थित रहे। रुपाणी ने पद से इस्तीफा देने के बाद प्रेस वार्ता कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा नेतृत्व का आभार जताया। रुपाणी ने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने उन्हें गुजरात के विकास में योगदान देने का अवसर दिया, जो जिम्मेदारी उन्हें संगठन ने दी थी, उसे उन्होंने पूरा करने का प्रयास किया।
गुजरात में आगामी वर्ष 2022 के अक्टूर-नवम्बर में विधानसभा चुनाव होने हैं। रुपाणी के बाद नए मुख्यमंत्री को चुनाव में उतरने के लिए एक वर्ष का ही समय मिलेगा। इस अवधि में राज्य सरकार की छवि को चमकाये रखने के साथ ही लोकप्रियता और जनाधार हासिल करने का दायित्व भी नए मुख्यमंत्री के कंधों पर होगा।
रुपाणी ने 07 अगस्त 2016 को मुख्यमंत्री पद की बागडोर संभाली थी और उसके एक वर्ष बाद 2017 में पार्टी ने उनके नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 99 सीटें और कांग्रेस को 77 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।