नई दिल्ली| कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण इतने मरीज बढ़ गए है की मरीजों को अस्पताल में बेड नहीं मिल पा रहा है| ऐसे में आम आदमी ही नहीं बड़े नेता और मंत्रियों को भी अस्पताल में जगह नहीं मिल पा रही| वही यूपी की हालात इतनी बत्तर है की अधिकारियों को मदद के लिए फ़ोन लगाने पर सहानुभूति की जगह दुत्कार दिया जाता है|
ऐसा ही एक वाक्या प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास के साथ हुआ है| दरअसल, कुमार विश्वास इन दिनों कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए सोशल मीडिया पर लोगों से अपील भी कर रहे हैं और कई बार जरुरत पड़ने पर वरीय अधिकारी को फ़ोन भी लगा रहे हैं| ऐसे में जब कुमार विश्वास ने एक मरीज को बेड दिलवाने के लिए यूपी के आईएएस अधिकारी को फ़ोन किया तो अधिकारी ने बेरूखे अंदाज में कहा कि, “आप कवि हैं, कवि रहिए और सरकार को अपना काम करने दीजिए|”
मदद/आपूर्ति का संतुलन बिगड़ रहा है।आज UP के एक IAS ने फ़ोन पर कहा “कौन हैं आप?MP हैं,मंत्री हैं या मेरे सीनियर हैं जो मैं आपके बताए मरीज़ को बेड दिलाऊँ?कवि हैं कवि रहिए,किसे बेड देना है किसे नहीं सरकार को पता है”
ख़ैर मरीज़ को बेड तो किसी से दिला दिया पर उनकी मजबूरी भी जायज़ है🙏— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 20, 2021
इसके बाद कुमार विश्वास ने अपने सोशल मीडिया पर इस चीज को शेयर करते हुए कहा कि मरीज को बेड तो किसी से दिला दिया पर इन अधिकारियों की मजबूरी भी जायज़ है| वे तो मशीन का बस एक पुर्ज़ा हैं| जब मशीन ही ठप्प हो गई तो पुर्ज़े के खड़खड़ाने का क्या रंज
उनकी गलती नहीं,वे तो मशीन का बस एक पुर्ज़ा हैं।जब मशीन ही ठप्प हो गई तो पुर्ज़े के खड़खड़ाने का क्या रंज।दिनभर कॉल करने पर लोग/डॉक्टर/अधिकारी/समाजसेवी मदद कर ही रहे हैं।कभी-कभी किसी को बचा नहीं पाते तो उस दिन ख़ुद की बेबसी पर ग़ुस्सा-तरस आता है बस
पर हम आख़िर तक #लड़ेंगे_जीतेंगे https://t.co/fAuc0jmZ0K— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 20, 2021