नई दिल्ली। आम आदमी आज भी पुलिस और जांच एजेंसियों से वास्ता पड़ने पर असहज हो जाता है। नतीजतन राजधानी की सड़कों पर कई ठग लोगों की इस कमजोरी का फायदा उठा रहे हैं। जालसाजी में माहिर शातिर बदमाश लगातार वारदात को अंजाम दे रहे हैं। पुरानी दिल्ली समेत कई इलाकों में पहले भी इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन एक हफ्ते से वर्दीधारी और जांच एजेंसियों का खौफ दिखाने के मामलों में बढ़ोतरी देखने में आई है। इन सभी वारदात में लोगों से कैश और जूलरी लेकर ये बहरूपिये रफूचक्कर हो जाते हैं।
सोनीपत में एक कंपनी में सुपरवाइजर अमित (27) शुक्रवार को अपनी कंपनी के लिए खरीदारी करने चांदनी चौक आए थे। किनारी बाजार से तीन कट्टों में रिब्बन लेकर रिक्शे से दोपहर करीब दरियागंज होते हुए पहाड़गंज की तरफ जा रहे थे। दरियागंज थाने के पास नेताजी सुभाष मार्ग पर ऑटो में एक शख्स पुलिस की खाकी वर्दी में आया। रौबदार आवाज में बोला कि तुझे पीछे साहब नहीं दिखाई दिए। रिक्शा रोककर सामान बिल मांगने लगा। फिर अमित को ऑटो में बिठाकर सामान का बिल और चालान के पैसे मांगने लगा। इसके बाद उनके बैग से दस हजार रुपये निकाल लिए। अमित को दिल्ली गेट पर छोड़कर फरार हो गया।
डर दिखाकर जूलरी लिफाफे में रखवाई, फिर गायब की
शाहदरा के दुर्गापुरी एक्सटेंशन में रहने वालीं आशा (60) शुक्रवार को इलाज कराने जीबी पंत अस्पताल आई थीं। वह करीब 12:30 बजे डिलाइट सिनेमा पर बस के लिए खड़ी थीं। वहां खड़े एक शख्स ने उनका पता पूछ लिया। थोड़ी में एक कार रुकी तो फ्रंट सीट पर बैठे व्यक्ति ने शाहदरा थाने का रास्ता पूछा। आशा के बगल में खड़े शख्स ने कहा कि उन्हें भी दुर्गापुरी जाना है। कुछ देर बाद कार में बैठे लोगों ने दोनों को चोरी का डर दिखाते हुए कीमती सामान खाकी लिफाफे के भीतर रखने कहा। आशा ने सोने की अंगूठी और चेन निकालकर रख दी। फिर उन्हें शास्त्री पार्क फर्नीचर मार्केट पर उतार दिया। आशा ने घर जाकर देखा तो चेन-अंगूठी लिफाफे में नहीं थीं।
क्राइम ब्रांच का बता के ले गए रकम
हाथरस के रहने वाले फजरूद्दीन (22) दिल्ली-यूपी सीमा पर सटे गगन विहार में सिलाई का काम करते हैं। वह गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे नंद नगरी डीसी ऑफिस के बाहर गाड़ी का इंतजार कर रहे थे। तभी एक कार आकर रुकी और युवक नत्थू कॉलोनी का रास्ता पूछने लगा। फजरूद्दीन बोला कि मुझे वहीं जाना है तो उसे कार में बैठा लिया। एक युवक बोला कि हम क्राइम ब्रांच से हैं और आगे चेकिंग चल रही है, तुम्हारे पास जो कुछ भी है उसे लिफाफे में डाल दो। पीड़ित ने तुरंत 15500 उसमें डालकर उन्हें दे दिए। कुछ देर बाद लिफाफा लौटाकर उन्हें जीटीबी क्रॉसिंग पर उतार दिया। लिफाफा खोला तो रद्दी थी। कार दुर्गापुरी की तरफ फर्राटा भर चुकी थी।
बड़ी मुश्किल से निकला डिलिवरी बॉय
लोनी के रजत कुमार (23) एक फूड सप्लाई कंपनी के डिलिवरी बॉय हैं। वह 23 जुलाई की दोपहर मिंटो ब्रिज की तरफ जा रहे थे। डीडीयू मार्ग पर ऑटो में पुलिस की वर्दी में एक शख्स आया और कहने लगा कि स्पीड में चला रहा है, तेरा 8000 का चालान होगा। रजत ने कहा कि स्पीड तो ठीक थी। इस पर धमकाते हुए रजत को ऑटो में बिठा लिया और 6000 मांगने लगा। मोबाइल छीन लिया। रजत के पास पैसे नहीं थे तो कहने लगा एटीएम से निकाल, वरना आज तू बंद होगा। वह कनॉट प्लेस ले गया और रजत एटीएम जाने के बहाने गच्चा देकर डीडीयू मार्ग आ गए। यहां बाइक खड़ी थी, लेकिन मोबाइल वर्दीधारी ठग ले गया।
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