भोपाल ( Bhopal ) । मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ( Mohan Yadav ) ने शुक्रवार को उत्तरप्रदेश ( Uttar Pradesh ) के श्रावस्ती लोकसभा की गैसडी विधानसभा के पचपेड़वा में भाजपा प्रत्याशी साकेत मिश्रा के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और समाजवादी विचारधारा के लोग कुछ लोगों को अपने वोटों का गुलाम बनाकर रखना चाहते हैं। इनकी मानसिकता ही ऐसी है। पहले अंग्रेजों ने यह काम किया था। अंग्रेजों ने ’फूट डालो शासन करो’ की नीति से देश के हिन्दू-मुसलमानों को हमेशा लड़ाया और अब यह काम कांग्रेस पार्टी भी कर रही है। कांग्रेस वह पूछ है, जो सीधी नहीं हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी एवं भाजपा सरकारों ने हर वर्ग, हर क्षेत्र के लोगों को सम्मान दिया, लेकिन कांग्रेस और समाजवादी वर्ग विशेष को ही मानते हैं। मुस्लिम देशों में सबसे ज्यादा सम्मान प्रधानमंत्री मोदी ( Modi ) का हो रहा है।
भाजपा हर वर्ग को सम्मान देती है
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भाजपा हर वर्ग और हर क्षेत्र के लोगों को सम्मान देती है। मुस्लिम वर्ग के लोग हमारे साथ हैं तो इसमें भी कांग्रेसियों और समाजवादियों के पेट में दर्द हो रहा है। भाजपा ने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साहब को देश का राष्ट्रपति बनाया, लेकिन कांग्रेस ने यह काम कभी नहीं किया। कांग्रेस हमेशा से सिर्फ वोट बैंक की राजनीति ही करती रही है। मुस्लिम भाई-बहनों के कांग्रेस ने सिर्फ वोट लिए हैं, उनके विकास के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस के अंदर अंग्रेजों के लक्षण समाहित है। जब अंग्रेजों ने भारत में राज किया तो उन्होंने हमेशा फूट डालो शासन करो की नीति अपनाई। इसके बाद जब अंग्रेज चले गए तो यह काम कांग्रेसियों ने भी शुरू कर दिया। कांग्रेस भी अंग्रेजों के सिद्धांतों पर चलते हुए फूट डालो शासन करो की नीति से सरकार चलाती रही। हमेशा से देश के अंदर हिन्दू-मुसलमानों के बीच में फूट डालकर शासन करती रही, लेकिन अब इस देश की जनता समझदार हो गई है और अब वह कांग्रेस की रग-रग को जानने लगी है।
एक ही परिवार के लोग प्रधानमंत्री बने, लेकिन दिल्ली से चुनाव नहीं लड़ सके
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में एक ही परिवार के लोग प्रधानमंत्री बने, लेकिन वे दिल्ली से चुनाव नहीं लड़ सके। उन्हें दिल्ली से चुनाव लड़ने में डर लगता है, इसलिए तो उत्तरप्रदेश और केरल जाना पड़ रहा है। इस बार राहुल गांधी फिर भागकर वापस यूपी आए हैं। देश में 70 वर्षों तक राज करने के बाद भी कांग्रेस ने कभी भी श्रीराम मंदिर निर्माण में रूचि नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि पहले अंग्रेजों ने हमारी शिक्षा पद्धति के साथ खिलवाड़ किया और जब अंग्रेज चले गए तो यही काम कांग्रेस ने भी किया,लेकिन 2020 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति लागू की गई। इस शिक्षा नीति को लागू करने वाला देश का पहला राज्य मध्यप्रदेश बना और अब नई शिक्षा नीति में हमने भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण को पाठ्यक्रम में शामिल किया है। हमारे आने वाली पीढ़ियों को श्रीराम और श्रीकृष्ण के बारे में क्यों नहीं जानना चाहिए? ये उनका अधिकार है। आने वाली कई पीढ़ियां गर्व कर सकेंगी।
कांग्रेस को पसंद नहीं आते हमारे देवी-देवता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम जब भी हमारे देवी-देवताओं के जयकारे लगाते हैं तो सबसे ज्यादा दिक्कतें, परेशानियां कांग्रेसियों को होती है। उन्हें हमारे देवी-देवता पसंद नहीं है। कांग्रेस की मानसिकता ही विरोध करने की रही है। आज जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे ज्यादा मान-सम्मान मुस्लिम देशों में मिल रहा है तो वहीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रक्षाबंधन पर प्रधानमंत्री मोदी के लिए राखी भेज रही हैं। प्रधानमंत्री भी उनके लिए साड़ी भेजते हैं। अब कांग्रेसी कह रहे हैं कि यदि देश के प्रधानमंत्री मोदी बन गए तो वे संविधान को ही बदल डालेंगे, लेकिन उन्हें यह नहीं पता है कि मोदी 10 वर्षों से देश के प्रधानमंत्री हैं। कांग्रेस संविधान के नाम पर देशवासियों के बीच में भ्रम फैला रही है।
एक पार्टी का नाम बदलना चाहिए
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि भाजपा आमजन की पार्टी है। हमारे यहां जनता से ही प्रधानमंत्री बनता है, मुख्यमंत्री बनता है, मंत्री, सांसद, विधायक बनता है, लेकिन एक पार्टी ऐसी भी है, जिसमें एक ही परिवार से प्रधानमंत्री, अध्यक्ष बनता है। इस पार्टी का नाम बदलना चाहिए। हम संबंध के आधार पर ही जनता पार्टी की बात करते हैं। जिस तरह से 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश का मान-सम्मान बढ़ा है, हर वर्ग, हर क्षेत्र के लिए योजनाएं लागू की गईं हैं, उनका खुद का मकान नहीं है, लेकिन देश के 4 करोड़ लोगों को उन्होंने पक्की छत बनाकर दी है।