तिरुमाला: आंध्र प्रदेश के एन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर की सात पहाड़ियां वेंकटेश्वर स्वामी के स्वामित्व में हैं और इन पहाड़ियों पर कोई भी अपवित्र कार्य नहीं होने देंगे। इन पहाड़ियों के आसपास कहीं भी व्यावसायीकरण नहीं होने दिया जाएगा और तिरुमाला में सिर्फ हिन्दू ही मंदिर के प्रबंधन का काम करेंगे।
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शुक्रवार को मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने तिरुमाला में भगवान बालाजी के दर्शन कर पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री ने यहां अपने पोता नारा देवांश का जन्मदिन मनाया। परिवार के सदस्यों के साथ भगवान वेंकटेश्वर की सेवा में भी भाग लिया। मुख्यमंत्री ने मंदिर के प्रशासन के साथ एक बैठक कर सुविधाओं की समीक्षा की। इससे पहले मुख्यमंत्री चंद्रबाबू का यहां पहुंचने पर तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के अध्यक्ष बीआर नायडू ने पुजारियों व वेद पंडितों के साथ स्वागत किया। मुख्यमंत्री के परिजनों ने तारिगोंडा वेंगाम्बा सत्रम में अपने पोते देवांश के नाम पर अन्नदान का आयोजन किया। चंद्रबाबू और उनके परिजनों ने भक्तों को प्रसाद परोसा। मुख्यमंत्री ने एक दिन के अन्नदान का खर्चा के लिए लगभग 44 लाख रुपये दान दिया है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नायडू ने पत्रकार वार्ता में कहा कि भक्तों को प्रसाद परोसने की संतुष्टि अमूल्य है। सभी को समाज हित के लिए कार्य करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर की सात पहाड़ियां.. वेंकटेश्वर स्वामी के स्वामित्व में हैं और इन सात पहाड़ियों पर कोई भी अपवित्र कार्य नहीं होने देंगे। मैं सदैव जनहित के लिए कार्य करता हूं। हम तिरुमाला में स्वच्छता को पहली प्राथमिकता दे रहे हैं। राज्य के पुनर्निर्माण की शुरुआत यहीं से करने का संकल्प लिया है।
नायडू ने कहा कि मंदिर की पवित्रता को ध्यान में रखते पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी सरकार की ओर से मुमताज होटल के लिए दी गई अनुमतियां रद्द दी हैं। उन्होंने कहा कि सात पहाड़ियों के आसपास कहीं भी व्यावसायीकरण नहीं होना चाहिए। हमारा उद्देश्य वेंकटेश्वर स्वामी की संपत्तियों को संरक्षित करना है। उन्होंने कहा कि टीटीडी बोर्ड और अधिकारियों को तिरुमाला पवित्रा की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे देशभर में श्रीवारी की संपत्तियों की रक्षा करेंगे। चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि तिरुमाला मंदिर में केवल हिंदुओं को ही काम पर रखा जाना चाहिए। अगर दूसरे धर्मों के लोग वहां काम कर रहे हैं तो उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना, उन्हें दूसरे स्थानों पर बसाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की सभी राज्याें की राजधानियों के अलावा विदेशों में भी श्रीबालाजी मंदिर बनाए जाएंगे।