Dehradun: मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्कृष्ट राज्य बनाने में छात्र-छात्राओं की अहम भूमिका होगी। केन्द्र और राज्य सरकार युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सहयोग के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित के लिए कई कार्यक्रम संचालित कर रही है।
बुधवार को देहरादून स्थित दून विश्वविद्यालय (Doon University) में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (cm Pushkar Singh Dhami)ने आयोजित नव प्रवेशित विद्यार्थियों के दीक्षा आरम्भ समारोह को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं। इस दौरान उन्होंने दून विश्वविद्यालय परिसर में ओपन एयर थियेटर एवं स्कूल ऑफ मैनेजमेंट भवन का लोकार्पण भी किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने व्यवसाय और प्रौद्योगिकी में बदलते प्रतिमान” और “अभिनव प्रबंधन प्रथाएं” नामक पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि राज्य का भविष्य यहां के युवाओं के भविष्य पर निर्भर करता है। पढ़ाई के साथ युवा हर क्षेत्र में आगे बढ़े, इसके लिए राज्य सरकार नौजवानों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा में प्रवेश के साथ ही जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है। जीवन में शिक्षा का महत्व प्राचीन काल से ही रहा है। उच्च शिक्षा में प्रवेश जीवन में ज्ञान के महत्व को इंगित करने का एक अभिनव क्षण है। यह पल आपकी स्मृतियों में जीवनभर ताजा बने रहेगा।
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उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सदियों से ही महान ऋषियों की कर्मस्थली रही है। आज भी हमारे कई शैक्षणिक संस्थान न सिर्फ देश में अपितु वैश्विक स्तर पर अपनी शैक्षणिक गतिविधियों के लिए जाने जाते हैं। उत्तराखंड की समृद्ध ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाते हुए दून विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है।
उन्होंने कहा कि युवावस्था जीवन की सबसे बड़ी शक्ति है, इसके बल पर आप लोग चुनौतियों को अवसर में परिवर्तित कर सकते हैं। अपनी सृजन शक्ति के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में नित नये-नये कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं।
उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जनता से संवाद स्थापित कर उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने ’’विकल्प रहित संकल्प’’ को पूरा करने के लिए निरंतर कार्य किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य है। दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत उत्तराखण्ड की लोक भाषाओं, बोलियों एवं साहित्य के संरक्षण, संवर्धन एवं शोध के क्षेत्र में कार्य करने के लिए डॉ. नित्यानन्द हिमालयी शोध एवं अध्ययन केन्द्र भी स्थापित किया गया है।
उन्होंने का कि यह शोध केन्द्र प्रदेश की भाषाओं व साहित्य के संरक्षण एवं संवर्धन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके साथ ही विदेशी भाषाओं में भी नए कोर्स शुरू किए गए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में शिक्षा, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिये अनेक कार्य किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि युवाओं को समाज एवं राष्ट्र निर्माण की दिशा में कार्य करने के लिये शिक्षा के साथ ही उनके कौशल विकास के लिये विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
महाविद्यालयों में आयोजित किया जा रहा प्रवेश उत्सव-
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों में प्रवेश उत्सव के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। समर्थ पोर्टल के माध्यम से विभिन्न महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए 71 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है।
उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य में डिग्री कॉलेजों के लिए ई- ग्रंथालय की व्यवस्था की गई है। महाविद्यालय में अन्य कार्यक्रमों से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित ना हो इसके लिए शैक्षिक कैलेंडर भी जारी किया गया है। उत्तराखंड राज्य के सभी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह नवंबर माह में किए जाने का फैसला राज्य सरकार द्वारा लिया गया है। राज्य में मेधावी छात्रों के लिए मुख्यमंत्री छात्रवृति योजना दी जा रही है। उत्तराखंड राज्य के विश्वविद्यालय देश के सर्वाेच्च विद्यालयों में शामिल हों, इसके लिए सरकार निरंतर कार्यरत है।
इस दौरान कार्यक्रम में विधायक विनोद चमोली, कुलपति दून विश्वविद्यालय सुरेखा डंगवाल एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।