Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मंगलवार को यहां लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 393 होम्योपैथिक फार्मासिस्ट (Homeopathic Pharmacist) को नियुक्ति सौंपे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सभी नवचयनित फार्मासिस्टों को ह्रदय से बधाई, अधीनस्थ चयन आयोग को निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के लिए भी बधाई।
योगी ने कहा कि आज भारत ने ट्रेडिशनल मेडिकल के क्षेत्र में लम्बी छलांग लगाई है। कोरोना काल में आपने देखा होगा। होम्योपैथिक और आयुष के बारे मे लोग जागरूक रहे, लेकिन पहली बार देश में योग आयुष को मिलाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आयुष मंत्रालय का गठन किया गया। आज योग को वैश्विक मान्यता मिली है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में विश्व के 190 देश जुड़ते हैं, भारत की देन से वैश्विक मान्यता मिली। भारत का आयुष काढ़ा विपत्ति के समय लोगों के लिए जीवन रक्षक बना। उत्तर प्रदेश में पहली बार आयुष के अलग-अलग विधाओं के लिए आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।
2014 के पहले होम्योपैथिक फार्मासिस्ट के लिए सरकारी व्यवस्था में कोई भर्ती नहीं थी। यदा कदा हो गया तो हो गया। आज हम हर 05 हजार की आबादी पर योग और वेलनेस सेंटर बनाने की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। आयुष के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं। आयुष को आमजन के सुविधा के लिए पहुंचाने के कार्य हो रहे है। आयुर्वेद नेचुरोपैथी यूनानी विधाओं में आज भी लोग करियर बनाने मे हिचकते हैं। जबकि इसके माध्यम से उत्तम आरोग्यता मिलेगी ही, साथ ही अच्छा कॅरियर भी बनेगा, इनसे जुड़े लोग अपनी सोच को बदलें। इसमें उत्कृष्ट संभावनाएं हैं। पैरामेडिक्स इसके बैक बोन हैं।
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होम्योपैथिक का जन्म जर्मनी में हुआ। जबकि इसकी मीठी गोलियां कोई भी व्यक्ति ले सकता है। जहां आपको ड्यूटी दी जाए, वहां उपलब्ध रहकर आप इस विधा को मजबूती दे सकते हैं। अगर आपकी नियुक्ति के बाद आप ड्यूटी पर न जाएं, मरीजों को इलाज़ न मिले तो यह कृतज्ञता नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी कैबिनेट ने योग प्राकृतिक चिकित्सा की डिग्रियों को भी मान्यता दी है। आयुष विश्वविद्यालय और निदेशालय के माध्यम से इसमें तकनीकी डिग्री डिप्लोमा के लिए दिये जाने के कार्य हो रहे हैं। पहले लोक सेवा आयोग और चयन आयोगों में परिणाम आने में डेढ़ दो साल लग जाते थे। अब कार्य इतनी तेज़ी से हो रहा है कि पिछले छह वर्षों में छह लाख से ज्यादा नौकरियां मिलीं।
छह लाख नौजवान सरकारी नौकरी से वंचित थे। अगर ये छह लाख युवा अगर अपनी सामर्थ्य से सेवा करें तो उत्तर प्रदेश को फिर से बीमारू नहीं बनेगा। उत्तर प्रदेश की स्पीड तेज़ी से बढ़ जाएगी। नियुक्ति मे पारदर्शिता रखी गयी है। उसी अनुसार सबकी जवाबदेही भी तय की गयी है। आज उत्तर प्रदेश में निवेश की नई संभावनाएं बनी हैं। ये वही उत्तर प्रदेश है जहां पहले आराज़कता, गुंडागर्दी और दंगो से ग्रस्त था। आज उत्तर-प्रदेश न सिर्फ निवेश में आगे बढ़ा है, बल्कि युवाओं को रोजगार भी दे रहा है।
उत्तरप्रदेश के 38 लाख करोड़ के निवेश जिस दिन धरातल पर उतरेंगे तो एक करोड़ से ज्यादा युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। इसके लिए हमको कड़े कदम भी उठाने पड़े। इन कड़े कदम में समाज का भी आशीर्वाद प्राप्त हुआ। अगर आपका व्यवहार सद्भावनापूर्ण होगा तो मरीज की आधी बीमारी दूर हो जाती है। दवा के साथ उसकी दुआ भी आपको लगेगी। इसलिए आपका व्यवहार सद्भाव पूर्ण होना चाहिए। मुझे विश्वास है कि आप सभी बेहतरीन कार्य करेंगे।