Bhopal: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेश (सीबीएसई) ने अब क्षेत्रीय भाषाओं में भी शिक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया है। सीबीएसई ने स्कूलों को मल्टीलिंगुवल एजुकेशन को लागू करने के लिए शिक्षा के अल्टरनेट मीडियम के तौर पर इंडियन लैंग्वेजेस का प्रयोग करने को लेकर निर्देश दिए हैं। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीबीएसई के इस निर्णय की सराहना की है।
मुख्यमंत्री चाैहान (cm cauhan) ने ट्वीट कर कहा सीबीएसई का अपने स्कूलों में प्री-प्राइमरी से 12वीं तक की कक्षाओं में क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा उपलब्ध कराने का निर्णय अभिनंदनीय है। यह कदम न केवल आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी (pm narendra modi) जी के मार्गदर्शन में तैयार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के उद्देश्यों को पूर्ण करेगा, बल्कि देश के बच्चों के उज्जवल भविष्य के निर्माण के प्रयासों को नई शक्ति देगा। हम सभी यह जानते हैं कि बच्चे अपनी भाषा में तेजी से सीखते और समझते हैं।
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मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आपको यह बताते हुए मुझे खुशी हो रही है कि मध्यप्रदेश में हमने मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिन्दी में करवाने की व्यवस्था की है, ताकि अंग्रेजी न जानने वाले मेरे बेटे-बेटियों की राह में भाषा कोई बाधा न बन पाये। मेरे बेटे-बेटियों तुम पढ़ो, आगे बढ़ो व अपने साथ प्रदेश और देश को आगे बढ़ाने में योगदान दो, शुभकामनाएं!