Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (cm Ashok Gehlot) ने राजधानी जयपुर में 1,450 करोड़ के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास किया। शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले मेट्रो रेल परियोजना के फेज 1-सी का शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने चांदपोल से बड़ी चौपड़ स्टेशन तक अंडरग्राउंड मेट्रो का अवलोकन किया और मेट्रो ट्रेन में भी सफर किया।
मेट्रो प्रोजेक्ट के इस फेज में बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर तक ट्रैक बनाया जाएगा, जो अंडरग्राउंड और एलिवेटेड होगा। बड़ी चौपड़ से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच बनने वाली मेट्रो की दूरी कुल करीब 2.85 किलोमीटर है। इस दूरी में दो मेट्रो स्टेशन बनेंगे। पहला स्टेशन रामगंज तो दूसरा ट्रांसपोर्ट नगर होगा। 2.85 किलोमीटर की दूरी में बनने वाले फेज-1 सी में 0.59 किमी मेट्रो एलिवेटेड होगी तो 2.26 किमी में अंडरग्राउंड चलेगी।
इस मौके पर गहलोत ने कहा कि अखबारों में प्रवर्तन निदेशालय की बातें चल रही थी कहीं चांदी मिल गई, कहीं सोना मिल गया, कहीं पैसा मिल गया। इसका कौन धणी-धोरी है, इसका पता किया क्या? सरकार का मंत्री या अफसर पकड़ा गया क्या? इनको दलाल खोजने पड़ते हैं। आप सोच सकते हैं लोकतंत्र कहां जा रहा है? हमें इसका भी मुकाबला करना होगा। गहलोत ने कहा कि देश में संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं। ईडी इनकम टैक्स के छापे पड़ रहे हैं। न चाहते हुए भी ईडी इनकम टैक्स को लोगों के घरों में घुसना पड़ रहा है। तंग करते हैं। राजस्थान में भी ईडी का प्रयोग करके देख लिया लेकिन सारे फेल हो गए।
गहलोत ने कहा कि हमने उस समय मेट्रो चलाई, जब देश के केवल चुनिंदा बड़े शहरों में ही मेट्रो चलती थी। हमने मेट्रो का काम साल 2009 में शुरू किया और रिकॉर्ड टाइम 2013 में उसका ट्रायल शुरू कर दिया। मैंने एक आर्टिकल पढ़ा था, जिसमें लिखा था कि जयपुर में मेट्रो संभव है। इसके बाद मैंने शांति धारीवाल से बात करके इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए कहा था। कोरोना काल में जो देखा, उससे सीखा कि राज्य को बहुत आगे सोचना चाहिए। इसी को ध्यान में रखकर मैंने विजन 2030 डॉक्यूमेंट तैयार करने और उसके अनुरूप राज्य को विकसित करने का प्लान तैयार करने के लिए कहा है। हमारा सपना है कि राज्य को देश के नंबर वन विकसित राज्यों की श्रेणी में लाया जाए।
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पेपर लीक के मामलों पर बोलते हुए कहा कि पूरे देश में पेपर लीक होते हैं। पिछली सरकार में भी यहां 11 से ज्यादा पेपर लीक हुए, लेकिन सरकार ने एक भी कार्रवाई नहीं की। हमारी सरकार पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कड़ा कानून लेकर आई है। उन्होंने ईआरसीपी के मुद्दे को लेकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि ये परियोजना वसुंधरा राजे के समय की ही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ने जयपुर में आकर वादा किया था कि इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेंगे। आज केंद्र में जो मंत्री है वो यहीं से है, लेकिन वो इतने निकम्मे नकारा है कि इस प्रोजेक्ट के लिए कुछ नहीं कर रहे।
मुख्यमंत्री ने रामनिवास बाग में अंडरग्राउंड पार्किंग फेज-2 का भी लोकार्पण किया। रामनिवास बाग में दो मंजिला अंडरग्राउंड पार्किंग बनाई गई है। 49 हजार 680 वर्गमीटर क्षेत्रफल (दो मंजिला) में पार्किंग का निर्माण कार्य करवाया गया। इसका शिलान्यास 11 अप्रैल 2021 को किया गया था। मुख्यमंत्री ने लक्ष्मी मंदिर तिराहे पर बने अंडरपास का भी लोकार्पण किया। साथ ही यहां लगी स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियों का भी अनावरण किया। इसके अलावा आगरा रोड पर भी सेंट्रल पार्क के जैसे बड़े पार्क की सिल्वन जैव विविधता वन का लोकार्पण किया गया है। सिल्वन पार्क सुमेल रोड पर 113 हेक्टेयर भूमि पर विकसित किया गया है। सिल्वन जैव विविधता वन के 113 हेक्टेयर वन क्षेत्र को तृतीय फेज के रूप में विकसित किया गया। इस वन में पहले दो फेज के काम हो चुके है। तीसरे फेज में सिविल विकास कार्य में करीब 13 किलोमीटर में निरीक्षण पथ, फायरलेन बनाए गए।
जयपुर के आराध्य श्रीगोविंददेवजी मंदिर के मार्गों का जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण और जन सुविधाओं का विकास करने के साथ गलता गेट के पास स्थित ईदगाह क्षेत्र के पहुंच मार्गों का जीर्णोद्धार और जन सुविधाओं का विकास कार्य की घोषणा की। इन कामों पर करीब 30 करोड़ खर्च करने का प्रावधान किया गया है। ईदगाह क्षेत्र के विकास के तहत पहुंच मार्गों का जीर्णोद्धार व मौजूदा सुविधाओं का विस्तार किया जाना प्रस्तावित है। परियोजना में मुगल वास्तुकला के अनुसार प्रार्थना कक्ष, मंच, जल संचयन संरचना, जल निकासी व्यवस्था, फव्वारे निर्माण, मंडाना पत्थर फर्श, वजू स्थल, हॉल, शौचालय ब्लॉक, स्टोर रूम, पार्किंग, सड़क निर्माण आदि कार्य किए जाएंगे।