Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm Yogi Adityanath) ने मंगलवार को यहां लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय पोषण माह (01 से 30 सितंबर) के तहत 155 करोड़ रुपये की लागत से 1,359 आंगनबाड़ी केंद्रों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने 50 करोड़ रुपये की लागत से 171 बाल विकास परियोजना कार्यालयों का शिलान्यास और 2.90 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को यूनिफॉर्म (साड़ी) के लिए डीबीटी माध्यम से 29 करोड़ रुपये की धनराशि का हस्तांतरण किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान बच्चों को खीर खिलाकर अन्न प्रासन भी कराया।
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इस मौके पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि 1977 से 2017 तक करीब हजारों बच्चे जापानी इन्सेफेलाइटिस से मौत के मुंह में समा गए थे। 2018 के बाद से उनकी मौत में लगातार कमी आई। अब हम इस बीमारी को पूरी तरह से समाप्त करने में सफल हुए हैं। यह हमारी केवल बीमारी के खिलाफ लड़ाई नहीं थी, इसमें कुपोषण को दूर करने, पौष्टिक आहार नहीं मिलने, प्रदूषित जल के अलावा वहां की परिस्थितियों से भी लड़ाई थी लेकिन जब सभी विभागों ने मिलकर अपनी-अपनी जिम्मेदारियां पूरी कीं तो आज परिणाम सबके सामने है। यह भारत के भविष्य इन बच्चों को बचाने का भी अभियान रहा और हम उसमें सफल हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बजट की कमी नहीं है। हर ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत के पास निधि है। हर नगर निकाय के पास भी पैसा है। विधायक निधि, सांसद निधि में पैसा है। उद्योगों में सीएसआईआर की निधि है। इन सभी को अगर हम जोड़कर मिशन मोड में इस कार्यक्रम को आगे बढ़ा दें तो हर आंगनबाड़ी का अपना एक केंद्र अपना एक भवन हो सकता है। इस मौके पर महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य, राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।