जयपुर: राज्य में पहले चरण में मतदान प्रतिशत घटने से भारतीय जनता पार्टी की चिंता बढ़ गई हैं। भले ही भाजपा नेता सार्वजनिक रूप से इस बात को स्वीकार नहीं करें, लेकिन अंदरखाने इसे लेकर मंथन जारी हैं। बुधवार शाम छह बजे चुनाव प्रचार थमने के बाद से ही भाजपा लगातार अपने बूथ और शक्ति केन्द्र कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने में लगी है।
घरों से मतदाताओं को निकालकर ज्यादा से ज्यादा भाजपा के पक्ष में किस तरह से मतदान कराया जाए। इसे लेकर बीजेपी कार्यालय में एक अहम संगठनात्मक बैठक हो रही है। इस बैठक में सीएम भजनलाल शर्मा, भाजपा के राष्ट्रीय संगठक वी सतीश, प्रदेश चुनाव प्रभारी डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, सह प्रभारी विजया रहाटकर और प्रवेश वर्मा सहित चुनाव प्रबंधन से जुड़े अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
चुनाव प्रबंधन समिति के चेयरमैन नारायण पंचारिया ने कहा- पहले चरण में भाजपा के मतदाता ने वोट दिया है। पहले चरण की 12 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी जीतेगी, कमल खिलेगा। दूसरे चरण के लिए पार्टी ने तैयारी कर ली है। बूथ और शक्ति केंद्र के कार्यकर्ता परिवार पर्ची लेकर घर-घर पहुंच रहे हैं। बीजेपी ने लोकसभा चुनावों में प्रदेश के हर बूथ पर विधानसभा चुनावों से ज्यादा वोटिंग कराने का लक्ष्य रखा था, लेकिन पहले चरण में जिस तरह से मतदान प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई है। उसने बीजेपी की चिंता बढ़ा दी है।
पहले चरण में करीब 58 प्रतिशत मतदान ही हुआ है, जो कि पिछले लोकसभा चुनावों की तुलना में करीब 6.15 प्रतिशत कम है। वहीं कुछ महीने पहले हुए विधानसभा चुनावों में यह मतदान प्रतिशत 75 फीसदी के आसपास था। ऐसे में पहले चरण में भाजपा अपने तय लक्ष्य को पाने में सफल नहीं हो सकी है। यही वजह है कि अब बीजेपी दूसरे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दे रही है, क्योंकि भाजपा इस बात को अच्छे से जानती है कि जब-जब मतदान प्रतिशत कम हुआ है, उसे नुकसान उठाना पड़ा है।
कांग्रेस की टेबल लगाने वाला भी कोई नहीं:
हालांकि भाजपा इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है। बीजेपी के चुनाव प्रबंधन समिति के चेयरमैन नारायण पंचारिया का कहना है कि प्रदेश की पहले चरण की 12 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी जीतेगी और कमल खिलेगा। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण के लिए पार्टी ने तैयारी कर ली है। बूथ और शक्ति केंद्र के कार्यकर्ता परिवार पर्ची लेकर घर घर पहुंच रहा है। दूसरे चरण की 13 लोकसभा सीटों पर भी कमल खिलेगा। पंचारिया ने कहा कि जैसे ही प्रचार का शोर थमा। उसके बाद से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार बैठकें लेकर कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरफ से मैदान पूरी तरह खाली पड़ा है। पहले प्रत्याशी चुनाव लड़ने को तैयार नहीं थे। अब मतदान के दिन किसी भी बूथ पर कांग्रेस का कार्यकर्ता टेबल लगाने नहीं आया। कांग्रेस हार मान चुकी है।