Marketing board , horticulture crops , MP
Bhopal। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि कुशवाहा समाज (Kushwaha Samaj) देशभक्त और परिश्रमी समाज है। समाज को संगठित रहकर आगे बढ़ना है। कुशवाहा समाज भारतीय संस्कृति का रक्षक है। इसी समाज से चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक जैसे रत्न निकले। फल-फूल, सब्जी के उत्पादन और व्यापार से जुड़े कुशवाहा समाज के हित में उद्यानिकी फसलों के लिए पृथक मार्केटिंग बोर्ड का गठन किया जाएगा, ताकि छोटे-छोटे किसानों को बिचौलियों से निजात मिल सके।
मुख्यमंत्री चौहान (Chief Minister Chouhan) सोमवार को भोपाल के भेल दशहरा मैदान में कुशवाहा महाकुंभ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सागर में लवकुश मंदिर के निर्माण एवं सामुदायिक धर्मशाला के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि का चैक कुशवाहा सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी वर्मा को सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा मध्यप्रदेश के कार्यालय के लिए भूमि आवंटन के संबंध में आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। दमोह जिले के सीएम राइज विद्यालय का नामकरण महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम पर किया जाएगा। महाकुंभ में पूरे प्रदेश से आए प्रतिनिधि शामिल हुए।
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उन्होंने कहा कि कुशवाहा समाज ने राष्ट्र रक्षा के लिए अमूल्य योगदान दिया है। विदेशी हमलावारों को खदेड़ने में समाज बंधुओं ने परिश्रम किया है। स्वतंत्रता संग्राम (Freedom Struggle) में समाज की भागीदारी रही। महात्मा ज्योतिबा फुले (Mahatma Jyotiba Phule) और सावित्री फुले (Savitri Phule) ने स्त्री शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया।
उन्होंने कहा कि कुशवाहा समाज के हित में सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। पूर्व में कुशवाहा समाज के कल्याण के लिए की गई घोषणाओं पर अमल किया गया है। सम्पूर्ण मानव समाज को ज्ञान और शिक्षा की रोशनी देने वाले समाज के महापुरुष ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले (Savitri Phule) के कृतित्व और व्यक्तित्व से प्रदेश की नई पीढ़ी को परिचित करवाने और उनसे प्रेरणा लेकर अपना भविष्य तय करने के लिए ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले की जीवनी को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। राज्य शासन ने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती मनाने का निर्णय लेने के साथ महात्मा फुले की जयंती पर प्रदेश में ऐच्छिक अवकाश घोषित किया है। महात्मा फुले की स्मृति को चिर स्थाई बनाने के लिए दमोह के हायर सेकेंडरी स्कूल का नाम महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम पर किया गया है। कुशवाहा कल्याण बोर्ड का गठन कर कुशवाहा समाज को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने की सौगात दी गई है।
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मुख्यमंत्री ने कुशवाहा समाज का आव्हान करते हुए कहा कि समाज के युवाओं को कृषि उद्यानिकी के अलावा बिजनेस और लघु उद्यम के क्षेत्र में विकास के लिए प्रोत्साहित करें। विभिन्न योजनाओं से समाज के अधिकाधिक युवाओं को लाभान्वित किया जाएगा। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, सीखो-कमाओ योजना, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का समाज बंधु अधिक से अधिक लाभ लें। भोपाल में समाज के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास और उज्जैन में धर्मशाला की व्यवस्था के लिए प्रशासन द्वारा सहयोग दिया जाएगा।
कुशवाहा महाकुंभ में मुख्यमंत्री का अभिनंदन
मुख्यमंत्री का अखिल भारतीय कुशवाहा समाज ने अभिनंदन किया। कार्यक्रम के प्रारंभ मुख्यमंत्री का समाजलनाके नक पगड़ी पहनाकर, पुष्पहारों और तलवार भेंटकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री को स्मृति-चिन्ह दिए गए। कन्या पूजन के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
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मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणाएँ
मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में अनेक घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि सागर में लवकुश मंदिर एवं सामुदायिक धर्मशाला का 10 करोड़ की लागत से निर्माण होगा। उद्यानिकी फसलों जैसे फल, फूल सब्जी आदि की बेहतर विपणन व्यवस्था के लिए पृथक उद्यानिकी फसल मार्केटिंग बोर्ड गठित किया जाएगा। अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा मध्य प्रदेश के कार्यालय के लिए भूमि आवंटन के संबंध में आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। उद्यानिकी फसलों के लिए पृथक मंडी बनाई जाएगी। पूर्व घोषणाओं में कुशवाहा कल्याण बोर्ड का गठन, महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती पर ऐच्छिक अवकाश, महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्री फुले की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करना है।
कार्यक्रम में प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाहा ने भी संबोधित किया। महाकुंभ में कुशवाहा महासभा के पदाधिकारी जेपी वर्मा, राधा कुशवाहा, नारायण सिंह कुशवाहा, कुसुम कुशवाहा, नरेश कुशवाहा, राजकुमार कुशवाहा, नंदराम कुशवाहा, प्रभुदयाल कुशवाहा और अर्जुन पटेल आदि उपस्थित थे।