वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Yogi AdityaNath) दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दूसरे दिन सीरगोवर्धन स्थित संत रविदास मंदिर में पहुंचे। मंदिर में संत शिरोमणि के प्रतिमा के समक्ष मत्था टेका। इसके बाद मंदिर के महंत और अन्य रैदासी संतों से वार्ता की व उनका कुशलक्षेम पूछा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मंदिर के लंगर हाल का भी निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Narendra Modi) के आगमन को देखते हुए चल रहे विकास कार्यों का अवलोकन करने के बाद अफसरों को उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
संत रविदास मंदिर से CM सीधे बाबतपुर एयरपोर्ट(Babatpur Airport) पहुंचे और विमान से लखनऊ(Lucknow) के लिए रवाना हो गए। इसके पहले पूर्वांह में मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में अधिवक्ताओं के प्रतिनिधि मंडल से मिले और उनकी समस्याओं को जानने के बाद उनसे वार्ता भी की। CM के निरीक्षण के दौरान उत्तर प्रदेश के आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम आदि भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी के संभावित वाराणसी आगमन के मद्देनजर तैयारियों को जायजा लेने मंगलवार शाम शहर में आए मुख्यमंत्री योगी ने बारिश के बीच देर शाम रोपवे परियोजना की प्रगति का जायजा लिया। देश के पहले व दुनिया के तीसरे अर्बन ट्रांसपोर्ट रोप वे परियोजना का स्थलीय निरीक्षण करने मुख्यमंत्री महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर स्थित भारत माता प्रांगण में पहुंचे। यहां रोप वे के लिए बन रहे स्टेशन का निर्माण कार्य देखा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के सीईओ प्रकाश गौर से रोपवे प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिगरा स्थित डॉ संपूर्णानंद क्रीड़ा स्टेडियम में हो रहे विश्व स्तरीय स्टेडियम के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने कराये जा रहे कार्यों एवं उसके प्रगति के संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कार्यों में तेजी लाने एवं कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों को पूरी तरह अपनाते हुए कार्य को कराए जाने पर विशेष जोर दिया।
गौरतलब हो कि रोप वे योजना के तहत वाराणसी कैंट स्टेशन से शुरू होकर गोदौलिया चौराहे तक कुल पांच स्टेशन होंगे। जिसमें कैंट रेलवे स्टेशन, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर और गोदौलिया चौराहे पर स्टेशन बनाया जाएगा। रोपवे की कुल दूरी 3.85 किलोमीटर है। यह दूरी करीब 16 मिनट में तय होगी। इसमें 150 केबल कार या ट्रॉली होगी। इस योजना की लागत लगभग 807 करोड़ रुपये है।