Bharatpur/Alwar। कांग्रेस की सरकार पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के मुद्दे को लटकाती रही। हमने सरकार बनने के एक महीने के अंदर इसे अमली जामा पहना दिया। इस योजना से प्रदेश के तेरह जिलों को सिंचाई व पीने के लिए पानी मिल सकेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव के पहले इसकी गारंटी दी थी। यह बात मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) ने नगर व डीग में आयोजित सभा में शनिवार को व्यक्त किए।
ईआरसीपी की सौगात देने के बाद पहली बार संभाग के दौरे पर निकले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) का डीग व नगर कस्बों में जोरदार स्वागत किया गया। शर्मा शनिवार को सबसे पहले अलवर के बड़ौदामेव व इसके बाद नगर, डीग में ईआरसीपी की आभार सभाओं को संबोधित किया। मुख्यमंत्री रविवार को धौलपुर के बाड़ी, करौली, सवाईमाधोपुर के भाडौती मोड़ व टोंक के निवाई में आभार सभा को संबोधित करेंगे। दरअसल, प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद सबसे पहले संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चम्बल (एकीकृत) ईआरसीपी योजना के त्रिपक्षीय एमओयू को अमली जामा पहनाया गया। इस योजना को लेकर पूर्व की कांग्रेस सकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व केंद्रीय जल संसाधन मंत्री जगेंद्र सिंह एक दूसरे पर काफी हमलावर रहे थे। दोनों की रस्साकशी के चलते कांग्रेस के पूरे पांच साल के शासन में यह योजना धरातल पर नहीं उतर पाई थी। इधर, भाजपा के सत्ता में आते ही इसे संशोधित रूप देते हुए लागू कर दिया गया। इससे आमजन में खुशी की लहर है। इस योजना से लाभान्वित होने वाले 13 जिलों के 2.80 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। साथ ही, पेयजल व औद्योगिक आवश्यकताओं के लिए भी पानी मिल सकेगा। सभाओं को केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, डीग विधायक डा. शैलेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया।