Rudrapur (Udham Singh Nagar)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में जो काम हो रहे हैं, वे नए भारत की शानदार तस्वीर प्रस्तुत करते हैं। मुख्यमंत्री बुधवार को यहां गांधी पार्क में आयोजित नारीशक्ति वन्दन महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने कहा कि प्रधानमंत्री ने महिलाओं को ’’सुविधा के साथ सुरक्षा भी’’ का सिद्धांत अपनाकर महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। उन्होंने कहा कि आज गांव-गांव में महिलाओं को घर, शौचालय, गैस, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है।
इससे पहले उन्होंने विभिन्न महिला समूहों के लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर प्रधानमंत्री मोदी ‘आत्मनिर्भर भारत’ को धरातल पर उतारने का कार्य कर रहे हैं वहीं मातृ शक्ति की प्रतिभा और कौशल को परिचित कराने का कार्य भी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड राज्य के निर्माण में मातृ शक्ति के दिए गए योगदान की सराहना करते हुए कहा कि इस योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति के सहयोग के बिना किसी भी समाज या किसी भी राष्ट्र का संपूर्ण विकास नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। उस दिन हर घर दीप जले, हर मंदिर में भगवान राम का गुणगान किया जाए क्योंकि यह घड़ी लंबे संघर्ष के बाद आई है।
उन्होंने कहा कि बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और दूसरी आवश्यक जरूरतों पर भी सरकार पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है। आज देशभर में स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भी महिला स्वयं सहायता समूहों की बहनों ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। वर्तमान में देश में लगभग 70 लाख स्वयं सहायता समूह हैं, जिनसे लगभग 8 करोड़ बहनें जुड़ी है, पिछले 6-7 सालों के दौरान स्वयं सहायता समूहों में तीन गुना से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि इसी प्रक्रिया के अंतर्गत राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही ’‘मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना(Mukhyamantri Nari Sashaktikaran Yojana)‘’, ’’मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना(Mukhyamantri Mahalaxmi Yojana)’’, ’’लखपति दीदी योजना’’, ’’मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना’’, ’’नंदा गौरा मातृवंदना योजना’’ और ’’महिला पोषण अभियान’’ जैसी योजनाएं प्रारंभ की हैं। उन्होंने बताया कि हमने एक ओर जहां उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया, वहीं धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया। भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी पहली बार कार्रवाई करने से हम पीछे नहीं हटे, इसके साथ ही हमने प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी प्रारंभ की।
कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट, जनपद के प्रभारी मंत्री गणेश जोशी एवं क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, जिलाध्यक्ष कमल जिन्दल, गुंजन सुखीजा, कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत, डीआईजी कुमाऊँ योगेंद्र रावत, जिलाधिकारी उदय राज सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, तुषार सैनी, रविन्द्र बिष्ट, सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।