पेंशन स्कीम। जिस कदर महंगाई बढ़ रही है ऐसे में हमें शुरू से ही अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग करके चलनी होगी. अगर आपने अभी तक रिटायरमेंट प्लानिंग नहीं की है तो नए साल में इसकी शुरूआत कर सकते हैं. कायदे में तो हमें प्रोफेशनल लाइफ में कदम रखते ही बुढ़ापे की प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए. क्योंकि प्राइवेट सेक्टर में जॉब करने वाले लोग रिटायरमेंट के बारे में कम ही सोचते हैं.
अगर आप नौकरीपेशा हैं और आपका ईपीएफओ में खाता है तो एक अच्छी प्लानिंग के साथ आप एक शानदार रिटायरमेंट प्लान तैयार कर सकते हैं. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन अपने खाताधारकों को ईपीएफ में अपनी सैलरी का कुछ हिस्सा निवेश करते हैं. ईपीएफओ के साथ जुड़ा है ईपीएस यानी कर्मचारी पेंशन योजना.
कर्मचारी पेंशन योजना
कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) एक रिटायर्मेंट स्कीम है, जिसे EPFO द्वारा मैनेज किया जाता है. यह योजना संगठित क्षेत्र में काम कर चुके रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए है, जो 58 वर्ष की आयु में रिटायर्मेंट हो चुके हैं. जब आप किसी कंपनी या संस्थान में नौकरी करना शुरू करते हैं तो PF अकाउंट के साथ आपका EPS अकाउंट भी खोल दिया जाता है. इसलिए पीएफ और ईपीएस खातों को सही तरीके मैनेज करके आप बुढ़ापे में भफी ठाठ-बाट के साथ जीवन व्यतीत कर सकते हैं.
ऐसे करें निवेश
अगर आप 25 वर्ष की आयु में नौकरी शुरू करते हैं और आपकी बेसिक सैलरी 20,000 रुपये महीना है तो आप बिना कुछ ज्यादा मेहनत किए रिटायरमेंट के लिए अच्छा-खासा फंड इकट्ठा कर सकते हैं. क्योंकि बेसिक सैलरी में से ही ईपीएफ का अंश जमा होता है. ईपीएफ में 12 फीसदी कर्मचारी और 12 फीसदी नियोक्ता का हिस्सा होता है. यानी आपकी बेसिक सैलरी का 24 फीसदी हिस्सा आपके पीएफ खाते में हर महीने जमा होता है. और आपकी बेसिक सैलरी 20,000 रुपये है तो 24 फीसदी के हिसाब से आपके पीएफ खाते में हर महीने 4800 रुपये जमा होंगे. और एक साल में आपके खाते में 57,600 रुपये जमा हो जाएंगे.
तैयार करें रिटायरमेंट फंड
सही समय पर ईपीएफ में किया गया निवेश एक लंबे अंतराल के बाद करोड़ों रुपये का फंड बन जाता है. ईपीएफ में निवेश के दौरान आपको 8.5 फीसदी का ब्याज मिलता है. अगर निवेश शुरू करने की उम्र 25 वर्ष और बेसिक सैलरी 20 हजार है तो आपको रिटायरमेंट के वक्त 2.79 करोड़ रुपये मिल सकते हैं.
रखना होगा इन बातों का ध्यान
ध्यान रखें कि पीएफ में जमा पैसा आपको तभी करोड़पति बना सकता है जब आप इसे समय पूरा होने से पहले किसी भी हाल में ना निकालें. जब तक की कोई बहुत जरुरी काम या आपात स्थिति न हो तब तक ईपीएफ से पैसे न निकालें, क्योंकि पैसे निकालने से आपकी बचत कम हो जाएगी.
साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि नौकरी बदलने पर अपना पीएफ अकाउंट नई कंपनी में जरूर ट्रांसफर करवा लें. अकाउंट ट्रांसफर नहीं करने के स्थिति में नए अकाउंट पर तो ब्याज मिलेगा, लेकिन पुराने अकाउंट पर 3 साल के बाद ब्याज मिलना बंद हो जाएगा.