बिहार। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने दो दिन पहले तारापुर उपचुनाव के प्रचार के दौरान एक स्थान पर रुक कर नदी में मछली पकड़ते हुए नजर आए जिसका वीडियो उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर साझा किया.
इस वीडियो को साझा करने के साथ ही तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तंज कसा और लिखा “राजनीति हो या जीवन का कोई भी क्षेत्र, स्थिर हाथ, धैर्य और दृढ़ दिमाग हमेशा फल देता है. बीजेपी या नीतीश कुमार के विपरीत मुझे कठिन परिस्थितियों में मछली पकड़ना पसंद नहीं है”.
बिहार में ‘मछली’ पर विवाद
तेजस्वी का मछली पकड़ते हुए वीडियो वायरल होने के बाद उन पर जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने तंज कसते हुए हमला बोला और पूछा कि चुनाव के दौरान कोई मछली मारता है क्या? ललन सिंह ने पूछा कि जिस का आत्मविश्वास ऊंचा रहता है वह क्या मछली मारता है ? ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी का मछली मारना साफ तौर पर बताता है कि उनका आत्मविश्वास कितना ऊपर है.
इसके बाद क्या था, चुनावी मौसम में ललन सिंह के इस बयान को तेजस्वी ने मछली पालकों और मल्लाह जाति से जोड़कर उनका अपमान बता दिया.
तेजस्वी का राजनीतिक दांव
ललन सिंह पर पलटवार करते हुए तेजस्वी ने ट्वीट करके लिखा “मत्स्यजीवी समाज को कम आत्मविश्वास और मछली पकड़ने को हेय काम बताने वाले नीतीश जी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पूरे मल्लाह समाज से माफी मांगी चाहिए. जनता दल यूनाइटेड और बीजेपी वाले अपनी सामंती सोच को बस किसी तरीके से दबा छुपा कर बैठे हैं. रह-रहकर वंचितों के प्रति जहर इनके मुंह से निकलता रहता है”.
ललन सिंह के बयान को मल्लाह जाति के अपमान से जोड़ने वाले तेजस्वी के मास्टर स्ट्रोक पर जनता दल यूनाइटेड बैकफुट पर आ गई और उपचुनाव में जेडीयू को इससे नुकसान ना हो इसके लिए ललन सिंह ने दोबारा तेजस्वी पर पलटवार किया.
ललन सिंह ने तेजस्वी पर हमला करते हुए उन्हें याद दिलाया कि किस तरीके से 2020 बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने वर्तमान सरकार में मंत्री और मल्लाह नेता मुकेश साहनी की बेज्जती की थी और उन्हें महागठबंधन से बाहर होने पर मजबूर कर दिया था.
“पढ़ाई में कक्षा छोड़कर 9वीं फेल रहे वैसे ही जनता से मुंह चुराकर मछली पकड़ने का नाटक राजनीतिक अविश्वास सिद्ध होगा. 2020 में सरेआम मल्लाह समाज के नेता और वर्तमान कैबिनेट मंत्री मुकेश साहनी की बेज्जती सबको याद है. ढोंग मत करिए प्रवासी बाबू. लोग जागरुक है”, ललन सिंह ने ट्वीट किया.
ललन सिंह ने आगे लिखा कि लोगों की भावनाओं से खेलना, वोट लेना और सामंती प्रवृत्ति से राज करने का संस्कार तेजस्वी को विरासत में मिला है. ललन सिंह ने आगे कहा कि आरजेडी के वरिष्ठ नेताओं और गरीबों से मिलते हुए एक कुर्सी पर बैठकर दूसरे कुर्सी पर पैर रखने वाले आपके पिता लालू प्रसाद से बड़ा सामंती बिहार में कोई नहीं.