Chandigarh: हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने मंगलवार को “मिशन कर्मयोगी हरियाणा” (एमकेएच) कार्यक्रम लॉन्च किया। यह राज्य सरकार की तीन लाख से अधिक कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से शुरू की गई एक अभूतपूर्व पहल है।
इस कार्यक्रम से राज्य सरकार के सभी कर्मचारियों और हितधारकों को शासन में नैतिक व्यवहार, मूल्यों और सिद्धांतों के महत्व पर जोर दिया जाएगा। मुख्य सचिव ने मंगलवार को यहां प्रशासनिक सचिवों के साथ एक बैठक के दौरान इस बात पर जोर दिया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (CM Manohar Lal) की इस पहल का उद्देश्य नैतिक शासन को विकसित करना और सरकारी कर्मचारियों के कौशल और दक्षताओं को बढ़ाना है।
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इस कार्यक्रम का लक्ष्य हरियाणा के नागरिकों को ठोस लाभ पहुंचाते हुए सार्वजनिक सेवा वितरण और जवाबदेही को बढ़ाना है। आज की इस वर्चुअल बैठक में प्रशासनिक सचिवों, विभागों के प्रमुखों और उपायुक्तों ने भाग लिया। संजीव कौशल ने प्रशासनिक सचिवों और विभागाध्यक्षों से “मिशन कर्मयोगी हरियाणा” कार्यक्रम के तहत हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) में आयोजित प्रशिक्षण सत्रों में नियमित रूप से आने का आग्रह किया।
उन्होंने सुशासन पुरस्कारों के लिए उम्मीदवारों को नामांकित करते समय युवा अधिकारियों द्वारा राज्य की प्रमुख योजनाओं और जिला-स्तरीय संकेतक क्षेत्र को लागू करने में दिए गए असाधारण योगदान पर विचार करने का भी आह्वान किया। हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (एचआईपीए) की महानिदेशक चंद्रलेखा मुखर्जी ने बताया कि एमकेएच कार्यक्रम हब-एंड-स्पोक मॉडल को अपनाएगा। हरियाणा सरकार के अनुभवी अधिकारियों से मास्टर ट्रेनर के रूप में काम लिया जाएगा। पहले ये मास्टर ट्रेनर खुद हिपा, हरियाणा पुलिस अकादमी और डिविजनल ट्रेनिंग सेंटर पंचकूला में गहन प्रशिक्षण से गुजरेंगे।