नारायणपुर: नक्सल प्रभावित क्षेत्र अबूझमाड़(Abujmarh) में पिछले 50 सालों से वैद्यराज के रूप में अपनी सेवा दे रहे हेमचंद मांझी(Hemchand Manjhi) को पद्मश्री(Padmashree) से सम्मानित किया जाएगा। देशी जड़ी-बूटियों व औषधि के जानकार हेमचंद मांझी क्षेत्र के साथ-साथ प्रदेश और देश के कोने-कोने से आने वाले कैंसर(Cancer) पीड़ित मरीजों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा देते आ रहे हैं।
बता दें कि, हेमचंद मांझी ने क्षेत्र में वनों से मिलने वाली जड़ी-बूटी से औषधि(medicine) तैयार कर, बड़ी संख्या में कैंसर पीड़ितों(Cancer patient) की जान बचाई है। यही वजह है कि सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि ओडिशा(Odisha), आंध्र प्रदेश(Andhra Pradesh), तेलंगाना(Telangana), दिल्ली(Delhi), मुंबई(Mumbai) व देश के हर कोने से मरीज़ औषधि के लिए पहुंचते हैं। इस क्षेत्र में वह वैधराज मांझी के नाम से जाने जाते हैं, हेमचंद मांझी को पद्मश्री से सम्मानित किए जाने से क्षेत्र वासियों के साथ-साथ प्रदेशवासियों में भी काफी खुशी है। स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय(Vishnu Deo Sai )ने उन्हें फोन पर बधाई दी है।
उन्होंने बताया कि, वह वनों से ही मिलने वाली जड़ी-बूटियों से औषधि तैयार कर ब्लड कैंसर, स्तन कैंसर, मुंह के कैंसर के लिए औषधि बनाते हैं, कई मरीजों को उन्होंने स्वस्थ किया है। वह 20 साल की उम्र से ही जड़ी-बूटियों से औषधि तैयार कर रहे हैं। वह प्राचीन औषधि परंपराओं को आगे ले जाने का काम कर रहे हैं। उनकी सेवा का भाव देखकर नक्सलियों ने उन्हें कई बार धमकाया और कई बार उन पर हमले भी किए है। हालांकि, प्रशासन ने खतरे को भापते हुए उन्हें मकान उपलब्ध कराया है, जहां से वह अपनी सेवा दे रहे हैं।