लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा को याद करते हुए कहा कि वह एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भूमिका की वजह से उन्हें ब्रिटिश सरकार की यातना झेलनी पड़ी थी। वर्ष 1952 में पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य बन करके उन्होंने सार्वजनिक जीवन में प्रवेश किया था। उन्होंंने प्रदेश सरकार में मंत्री, मुख्यमंत्री बनने के बाद केंद्रीय मंत्री के रूप में अनेक मंत्रालयों को अपना नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। उन्होंने प्रदेश और देश के विकास में अपना योगदान दिया है।
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पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा की जयंती पर योजना भवन में आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा का जन्म उत्तराखंड में हुआ था। उन्होंने गांव से स्कूली शिक्षा अर्जित की। इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए प्रयागराज आ गए। यहां उच्च शिक्षा प्राप्त करने के साथ आजादी के आंदोलन से जुड़ गए। उन्होंने प्रदेश और देश के विकास के लिए जो योगदान दिया है, उनकी स्मृतियों को लगातार हमारी सरकार आगे बढ़ा रही है। इस अवसर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हेमवती नंदन बहुगुणा के मूर्ति पर पुष्प अर्पित किये। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व सांसद रीता बहुगुणा जोशी, विधायक डॉ. नीरज बाेरा, भाजपा नेता अविनाश त्रिवेदी मौजूद रहे।