बहुचर्चित नेशनल शूटर तारा शाहदेव (Tara Sahdev) मामले में सीबीआई कोर्ट का फैसला आ गया है. तारा शाहदेव ने अपने पति समेत ससुराल पक्ष पर धर्म परिवर्तन, यौन उत्पीड़न और दहेज प्रताड़ना जैसे कई आरोप लगाए थे. सीबीआई कोर्ट ने तीनों आरोपियों को दोषी करार दिया है. इनकी सजा पर अब 5 अक्टूबर को सुनवाई होगी.
शादी फिर हैवानियत
वर्ष 2014 में शादी और बाद में धर्म परिवर्तन के नाम पर रोंगटे खड़े कर देनेवाली हैवानियत की घटना ने पूरे रांची शहर को हिला कर रख दिया है। मानसिक और शारीरिक रूप से टूट चुकी तारा ने तब मीडिया से अपना दर्द शेयर किया था.
कैसे हुई तारा और रकीबुल की मुलाकात
सात जुलाई 2014 को तारा शाहदेव की शादी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल उल हसन से हुई थी। तारा ने बताया कि कुछ महीने पहले चल रहे शूटिंग कैंप में प्रैक्टिस के दौरान रंजीत ने उसे देखा था। ठीक दो महीने पहले उसकी मां की मृत्यु हुई थी। सदमे में डूबी होने की वजह से उस वक्त हर किसी ने हमदर्दी जताई। उसी वक्त अपनी हाई प्रोफाइल गाड़ी में आने वाले रंजीत ने भी हमदर्दी दिखाई। सदमे की हालत से उबारने के लिए रंजीत ने हाथ बढ़ाए और मौका देखते ही शादी का प्रपोजल दिया। शादी में इंदर सिंह नामधारी को भी धोखे में रखकर बुलाया और पिता की जगह रस्में अदा कराई.
हैवानियत की हदें
तारा के बताया कि विदाई के बाद वह रंजीत के फ्लैट पर गई, जहां पहली रात उसे बुखार हो गया। दूसरे ही दिन से उसे निकाह कबूल है कहने और तारा से सारा बनने की जबरदस्ती करने लगा। मना करने पर शारीरिक टॉर्चर करने लगा। बिस्तर पर रॉड रखकर उसे प्राइवेट पार्ट्स में इजेक्ट करने की धमकी और फिर हैवानियत का आलम जारी रहा। रंजीत उसे धर्म परिवर्तन के लिए जोर डालने लगा, नहीं मानने पर बिस्तर वही और आदमी बदल जाने की धमकी देने लगा.
ये भी पढ़ें : –RBI ने दो हजार के नोट बदलने की तारीख बढ़ाई
निकाह कबूल कराया
आखिरकार मौलवी को बुलवाकर रस्म अदायगी के साथ तारा ने सारा बनकर निकाह कबूल भी किया। हालांकि तारा धर्म को नहीं मानती थी। धोखे की बात बोलने पर उसके ऊपर कुत्ता छोड़ दिया गया। तारा ने बताया कि घरवालों ने थप्पड़ की बरसात कर दी। जब वह रोती थी तो कुत्ता पास आकर अपनी जीभ से आंसू पोंछता था। नौकरानी छुपाकर रोटी खाने को देती, जिसे वह बाथरूम में छुपकर खाती थी।
शादी की सीडी गायब
रंजीत ने शादीवाली रात खुद को टिका नहीं लगाने दिया, लेकिन तारा की मांग में सिंदूर जरूर भरे। उसने ओम और शक्ति की पूजा भी की। वरमाला और पान खिलाने के रस्मे भी पूरी की। इस सब बातों को प्रूव करने से पहले रंजीत ने शादी के वीडियो की मास्टर सीडी को भी चालाकी से गायब करा दिया।
कोर्ट में बयान के दौरान धमकी
नौकरानी की मदद से भाई को लिखी चिट््ठी पढ़वाने के बाद तारा को पुलिस की मदद से ढाई बजे रात में कैद से निकाला गया था। पहले सदर अस्पताल फिर रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में छुपाकर इलाज कराया गया था। वहां भी रंजीत के आदमी उसकी तलाश करते रहे। दूसरी ओर कोर्ट में भी उनके पिता को डराया धमकाया गया। इन दिनों घर पर डरी सहमी तारा बस न्याय के इंतजार में है.
ओलंपिक खेलना था सपना
तारा ने बताया कि उसका सपना ओलंपिक में शामिल होने का था। इस सपने को पूरा करने की जिम्मेवारी रंजीत ने ली थी, लेकिन शादी होते ही उसका सच सामने आ गया। आज उसका सपना पूरी तरह से चकनाचूर हो गया है.