Ahmedabad : जाके राखे साईया मार सके न कोई” एक प्रसिद्ध कहावत है जिसका अर्थ है कि जिसके ऊपर भगवान की कृपा हो, उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता, चाहे कोई कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो।

एयर इंडिया विमान हादसे में एक बड़ा चमत्कार हुआ है. भीषण हादसे में एक यात्री के जिंदा बचने की खबर सामने आई है. न्यूज एजेंसी एएनआई से फोन पर बात करते हुए अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने कहा, “पुलिस को सीट 11ए पर एक जीवित व्यक्ति मिला. उसका इलाज चल रहा है. अभी तक मौतों की संख्या के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि विमान आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ.”
विमान हादसे में सीट नंबर 11 ए के यात्री के जिंदा बचने की खबर सामने आने के बाद सोशल मीडिया में सीट नंबर 11 ए ट्रैंड करने लगा है. यूजर्स यात्री की टिकट और तस्वीर के साथ लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. लोग इसे बड़े चमत्कार के तौर पर देख रहे हैं. क्योंकि हादसा भीषण था. टक्कर के बाद विमान में आग लग गई और आग का गोल आसमान को छूने लगा.
एयर इंडिया का लंदन जा रहा एक विमान गुरुवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट, शहर के सिविल अस्पताल और बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एआई171) के दुर्घटनाग्रस्त होने के कई घंटों बाद भी मृतकों की संख्या के बारे में अब तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिल सकी है. विमान में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य सहित 242 लोग सवार थे. एयर इंडिया के अनुसार, विमान में सवार 230 यात्रियों में से 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, एक कनाडाई और सात पुर्तगाली नागरिक थे.
अहमदाबाद में हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) ने बताया कि विमान के पायलट ने दोपहर 1.39 बजे उड़ान भरने के तुरंत बाद ‘मेडे’ (आपातकालीन संदेश देने के लिए) कॉल किया, जो पूर्ण आपात स्थिति का संकेत था. विमान के ‘ब्लैक बॉक्स’ (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) की भी तलाश जारी है, ताकि यह पता चल सके कि अंतिम क्षणों में क्या हुआ था. बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान (एआई171) को उड़ान भरने के तुरंत बाद एकदम तेजी से नीचे आते देखा गया और यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. दुर्घटनास्थल पर काले धुएं का गुबार उठता देखा गया. यह विमान 11 साल पुराना था.


