Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (cm nitish kumar) ने सोमवार को जनता के दरबार मे राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 44 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए। जनता दरबार में मुख्यमंत्री ने पटना के जिलाधिकारी सहित सच्ची वस्त्र के अधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई। वह तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को आवाज लगाते रहे लेकिन तेजस्वी वहां से उठ कर चले गए।
दरअसल जनता दरबार में पटना के पुनपुन से आए शख्स ने सड़क के चौड़ीकरण को लेकर अपनी समस्या सीएम को सुनाई। फरियादी की समस्या सुनकर सीएम हैरान रह गए और संबंधित विभाग के अधिकारियों को तलब किया। मामला चिनिया बेला-पुनपुन सड़क के चौड़ीकरण से जुड़ा था।
सीएम नीतीश के गुस्से को देख पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव एन. सरवण कुमार, पटना कमिश्नर कुमार रवि, पटना डीएम चंद्रशेखर समेत संबंधित विभाग के अधिकारी भागे भागे सीएम के पास पहुंचे, जिसके बाद नीतीश ने लाइन में खड़ा कर अधिकारियों की क्लास लगा दी। इस दौरान सीएम के सामने बैठे पथ निर्माण विभाग के मंत्री तेजस्वी यादव नीतीश का मुंह देखते रह गए।
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में कटिहार जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से फरियाद करते हुए कहा कि मेरे पिताजी सरकारी कर्मचारी थे उनका वर्ष 2017 में निधन हो गया था लेकिन अब तक अनुकंपा पर न नौकरी मिली और नहीं कोई सुविधा मिली। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
सहरसा जिले से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि हमारे यहां अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनना था मगर अब तक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना नहीं हो सकी है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया |
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भागलपुर जिले से आये एक वृद्ध ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि कोसी नदी से होनेवाले कटाव को रोकने के लिए जरूरी उपाय किये जाएं ताकि गांव के लोग सुरक्षित रह सकें। वहीं भागलपुर जिले से ही आए एक अन्य युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि हमारे गांव में ग्रामीण महादलित टोले में सड़क का निर्माण नहीं किया जा रहा है जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बक्सर जिले से आये एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि वर्ष 2016 से लगातार नाले के पानी से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हर स्तर पर गुहार लगायी गई लेकिन अब तक उसके बहाव को ठीक नहीं किया जा सका है। वहीं बक्सर जिले से ही आयी एक युवती ने गुहार लगाते हुए कहा कि कन्या उत्थान योजना का लाभ अब तक नहीं मिल पाया है।
सीतामढ़ी जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि रीगा चीनी मिल को गन्ना उपलब्ध कराए जाने का भुगतान अब तक लंबित है। मुख्यमंत्री ने गन्ना उद्योग विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
पूर्वी चंपारण जिले से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी माताजी का वर्ष 2021 में ही कोरोना से निधन हो गया लेकिन अब तक अनुदान राशि प्राप्त नहीं हुई। वहीं पूर्वी चंपारण जिले से ही आए एक दिव्यांग ने आग्रह करते हुए कहा दिव्यांगजन को निर्गत किए गए राशन कार्ड में अनियमितता बरती गई है।
औरंगाबाद जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि अनुसूचित जाति – अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना के तहत वर्ष 2019 में पहली किश्त मिली और दूसरी किश्त की राशि अबतक नहीं मिल पायी है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया ।