नवादा। नवादा जिले के सिरदला में बुधवार को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से वंचित किए जाने के आरोप को लेकर जीविका दीदियों का गुस्सा फूट पड़ा। हजारों महिलाएं सिरदला बाजार स्थित जीविका कार्यालय पहुंचीं और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रभारी बीपीएम सहित सभी कर्मी कार्यालय बंद कर वहां से निकल गए।
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आरोप है कि एरिया कोऑर्डिनेटर राजकुमार भी कार्यालय छोड़कर भागने लगे, लेकिन महिलाओं ने उन्हें करीब सौ मीटर की दूरी पर रोक लिया और जवाब-तलब किया।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि योजना के आवेदन के लिए 50 से 100 रुपये तक वसूले गए। दो से तीन माह तक “आज-कल” कहकर दौड़ाया गया और बाद में यह कहकर पल्ला झाड़ लिया गया कि वे जीविका समूह की नहीं बल्कि फेडरेशन की सदस्य हैं, इसलिए लाभ नहीं मिल पाएगा। महिलाओं ने दावा किया कि कई फॉर्म गायब कर दिए गए और आवेदन की कोई रसीद भी नहीं दी गई। उनका कहना है कि वे वर्ष 2011 से जीविका से जुड़ी हैं और पहले भी कई योजनाओं का लाभ मिला है, तो अब केवल 10 हजार रुपये वाली योजना से ही क्यों वंचित किया गया?
आक्रोश के बीच महिलाओं ने कार्यालय पर ताला जड़ने की चेतावनी भी दी। प्रदर्शन के बाद महिलाएं लगभग दो किलोमीटर पैदल चलकर प्रखंड कार्यालय पहुंचीं, जहां भी उन्होंने विरोध जताया। बीडीओ दीपेश कुमार छुट्टी पर थे, जिसके बाद अंचल अधिकारी भोला प्रसाद बाहर आकर महिलाओं से मिले। उन्होंने लिखित आवेदन लिया और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।
महिलाओं ने अपने आवेदन में उल्लेख किया कि उनके 53 ग्राम संगठन 2013-14 से संचालित हैं, जिनके तहत 705 समूह सक्रिय हैं और सभी की आईडी जीविका के एमआईएस पोर्टल पर मौजूद है। इसके बावजूद उन्हें योजना से वंचित कर दिया गया। महिलाओं ने चेतावनी दी कि न्याय नहीं मिलने पर वे सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगी।










