Jind। गांव पाजू खुर्द में सीएम फ्लाइंग पानीपत तथा जींद यूनिट की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार को 10 बांग्लादेशियों को काबू किया है। पकड़े गए बांग्लादेशियों में दो महिलाएं तथा एक बच्चा भी शामिल है। सदर थाना सफीदों पुलिस ने पकड़े गए सभी बांग्लादेशियों के खिलाफ फोरनर एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बताया जाता है कि मजदूर ठेकेदार उन्हें लेकर आया था। खुद को पश्चिम बंगाल को बताकर गुमराह करने की कोशिश भी की गई, लेकिन दबाव देने पर बांग्लादेशी होने की बात स्वीकार कर ली।
सीएम फ्लाइंग पानीपत (CM Flying Panipat) को सूचना मिली थी कि गांव पाजूखुर्द के खेतों में ब्लीचिंग हाउस बनाया गया है, जिसमें पानीपत से कपड़े की कतरन लाकर उनकी रंगाई की जाती है, फिर वापस उसे पानीपत भेज दिया जाता है। ब्लीचिंग हाउस में लेबर के रूप में बांग्लादेशी कार्य कर रहे हैं, जिसके आधार पर पानीपत के सीएम फ्लाइंग (CM Flying Panipat) के डीएसपी अजीत सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया, जिसमें जींद यूनिट के इंसपैक्टर राजदीप भी शामिल हुए। संयुक्त टीम ने पाजू खुर्द गांव के खेतों में बने ब्लीचिंग हाऊस पर छापेमारी की तो वहां पर कुछ मजदूर कार्य करते हुए मिले। दस्तावेज मांगे जाने पर मजदूर भारतीय होने से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। न ही भारत में रहने से संबंधित दस्तावेज दिखा सके। पूछताछ में पकड़े गए लोगों की पहचान बंगला देश निवासी लेबर ठेकेदार सोहराब, उसकी पत्नी शैफाली, शरमीन, इशुब, अब्दुल अब्बास, आजाद अली, मौहम्मद रूबैल, दुलाल, आलम तथा एक चार वर्षीय बालिका के रूप में हुई है। जिसमें से चार व्यक्ति सफीदों शहर में रह रहे थे। सूचना मिलने पर सफीदों के तहसीलदार रासविंद्र, डीएसपी आशीष कुमार तथा सफीदों सदर थाना प्रभारी बलजीत सिंह मौके पर पहुंचे और पूछताछ की।
सदर थाना सफीदों प्रभारी बलजीत सिंह ने बताया कि पकड़े गए सभी बंगला देशी मजदूरों के खिलाफ सदर थाना सफीदों पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पकड़े गए बंगला देशी अवैध रूप से यहां पर रहते हुए कार्य कर रहे थे, जिनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं पाए गए हैं।