मंडला। मध्य प्रदेश में गत 30 जनवरी को खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 का आगाज हो चुका है। इसके अंतर्गत मंडला में आज (गुरुवार) से खेलों का महोत्सव शुरू होने जा रहा है। यहां दो से चार फरवरी तक पंजाबी खेल गतका की प्रतियोगिताएं होंगी, जबकि आठ से 10 फरवरी तक उत्तर-पूर्व क्षेत्र का थांगता प्रतियोगिता आयोजित की जाएंगी।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को प्रातः 10 बजे खेलो इंडिया यूथ गेम्स के अंतर्गत मंडला में होने वाली प्रतियोगिताओं की ओपनिंग सेरेमनी होगी। इसके बाद प्रातः 11:30 बजे से महिला वर्ग के मैच प्रारंभ होंगे, जो दोपहर 1:30 बजे जारी रहेंगे। इसके बाद दोपहर 1:30 बजे से 2:30 बजे तक लंच ब्रेक होगा। दोपहर 2:30 बजे से महिला एवं पुरुष वर्ग की स्पर्धाएं आयोजित होंगी। शाम पांच बजे पहले दिन की स्पर्धाएं समाप्त होंगी।
अगले दिन तीन फरवरी को क्वालिफायर राउंड प्रारंभ होंगे, जिसके अंतर्गत महिला एवं पुरुष वर्ग के मैच होंगे। इस दिन शाम 4:30 बजे तक महिला एवं पुरुष वर्ग के अलग-अलग स्तर के मैच होंगे, जबकि चार फरवरी को प्रातः 10 बजे से सेमीफाइनल राउंड प्रारंभ होंगे। फाइनल राउंड दोपहर 12:30 बजे से प्रारंभ होंगे। लंच ब्रेक के बाद पुरस्कार वितरण कार्यक्रम होगा।
पंजाबी आत्मरक्षा शैली है ’गतका’
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के अंतर्गत मंडला में आज से पंजाबी पारंपरिक आत्मरक्षा शैली ’गतका’ की प्रतिस्पर्धाएं आयोजित होंगी। यह मुख्यतः सिखों की पारंपरिक युद्ध एवं आत्मरक्षा शैली है। पंजाब सरकार ने पारंपरिक मार्शल आर्ट गतका को खेल की मान्यता प्रदान की है। वर्तमान में सिख धर्म के धार्मिक उत्सव में इस कला का शस्त्र संचालन के माध्यम से प्रदर्शन होता है। अंतरराष्ट्रीय गतका फेडरेशन की स्थापना 1982 में हुई थी और 1987 में औपचारिक रूप से इसे स्थापित किया गया।
जिला पंचायत सीईओ रानी बाटड ने बताया कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 के तहत दो खेलों गतका एवं थांगता के लिए मंडला को मेजबानी मिली है। यहां 2 से 4 फरवरी तक ’गतका’ तथा 8 से 10 फरवरी तक ’थांगता’ प्रतिस्पर्धाएं होंगी। उन्होंने बताया कि दोनों प्रतियोगिताओं में लगभग 256 खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभाएं दिखाएंगे।
भारत सरकार के प्रतिनिधि बलजीत सिंह ने पारंपरिक पंजाबी खेल ’गतका’ के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गतका खेल एक आत्मरक्षा करने वाली विधा है। मंडला में ’गतका’ स्पर्धा में 20 राज्यों के लगभग 128 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इसी प्रकार मणिपुर के पारंपरिक खेल थांगता में 21 राज्यों के 128 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।