Jodhpur: निकटवर्ती बिलाड़ा तहसील में शुक्रवार सुबह श्रीहनुमान मंदिर के महंत अपने कमरे में फंदे से लटके मिले। सुबह आठ बजे जब श्रद्धालु मंदिर पहुंचे तो घटना का पता लगा। इसके बाद बिलाड़ा पुलिस को सूचना दी गई। महंत के सुसाइड के बाद मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं और हिंदूवादी संगठनों के लोगों की भीड़ लग गई।
थाना प्रभारी भंवरलाल ने बताया कि हनुमान मंदिर में रहने वाले महंत ताजाराम (40) ने बीती रात मंदिर परिसर में ही बने एक कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। शुक्रवार सुबह मंदिर में आए लोगों ने महंत का शव कमरे में फंदे से लटका देख पुलिस को सूचना दी।
इसके बाद बिलाड़ा सीओ राजवीरसिंह चम्पावत के साथ बिलाड़ा पुलिस जाब्ता लेकर मौके पर पहुंचे। पहली नजर में मामला सुसाइड का लग रहा है। फिलहाल मामले की जांच कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार शव के पास एक सुसाइड नोट भी मिला। जिसे पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस ने शव को फंदे से उतरवा कर बिलाड़ा अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया। महंत ताजाराम खींवसर (नागौर) के रहने वाले थे।
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बिलाड़ा कस्बे में बिलाड़ा पतालियावास रोड पर श्रीहनुमान मंदिर है। खींवसर के रहने वाले ताजाराम नाम के महंत पिछले 5 साल से इस मंदिर में रहते थे और पूजा-पाठ करते थे। गुरुवार रात को महंत मंदिर में पूजा पाठ कर अपने कमरे में सोने चले गए थे। महंत ताजाराम ने रात को कई लोगों से मदद के लिए पैसे उधार भी मांगे थे। उन्हें पैसे किसलिए चाहिए थे, इसके बारे में उन्होंने किसी को नहीं बताया था। शुक्रवार सुबह महंत के सुसाइड ने मामले को संदिग्ध बना दिया है।
उन्होंने सुसाइड नोट में अंतिम संस्कार बाण गंगा के किनारे अग्नि (दाह संस्कार) से करने की इच्छा जाहिर की है। महंत के एक भाई ने बताया कि वे 5 साल की उम्र में संत बन गए थे, इसके बाद से संतों के साथ ही रहते थे। उनके एक और भाई भी बताया गया है। फिलहाल पुलिस की तरफ से इसमें जांच की जा रही है।