पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने बिहार संग्रहालय (Bihar Museum) के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित बिहार संग्रहालय (Bihar Museum) बिनाले -2023 एवं ‘टूगेदर वी आर्ट’ का दीप प्रज्ज्वलित कर सोमवार को उद्घाटन किया। इस मौके पर विपक्षी एकजुटता के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब देश भर की अनेक पार्टियां एकजुट होकर एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी और इसकी शुरुआत पटना से हो चुकी है । इसके बाद अब मुंबई में बैठक होने वाली है। हम सब मिलकर इस पर आगे चर्चा करेंगे।
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मुख्यमंत्री ने पत्रकारों द्वारा राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसद सदस्यता बहाल होने से संबंधित पूछे गये प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद फिर से बहाल हो गई है। ये बहुत खुशी की बात है। इस तरह की उनके साथ जो घटना घटी, सबको खराब लगी थी। जब फैसला उनके पक्ष में आ गया है तो सबको खुशी है । हमलोगों के द्वारा उनके लिए बधाई है। ये बहुत अच्छा हुआ है।
इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार म्यूजियम का निर्माण कार्य जुलाई 2013 में शुरू हुआ था, जिसके एक हिस्से में ओरिएंटेशन गैलरी, चिल्ड्रेन गैलरी, थियेटर आदि का लोकार्पण 7 अगस्त 2015 को किया गया। शेष निर्माण कार्य पूरा होने पर इसका उद्घाटन बापू के जन्म दिवस 2 अक्टूबर 2017 को किया गया। इस तरह पूरे तौर पर इसका उद्घाटन वर्ष 2017 में किया गया। इसके बाद यह तय किया गया कि प्रतिवर्ष 7 अगस्त को बिहार संग्रहालय (Bihar Museum) का स्थापना दिवस मनाया जाएगा। इसके अलावा हमलोगों ने यह भी तय किया कि हर साल बापू की जयंती के अवसर पर लोगों को निःशुल्क बिहार म्यूजियम का भ्रमण कराया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग बिहार म्यूजियम (Bihar Museum) में प्रदर्शित कलाकृतियों को देखें और अपने इतिहास को जानें बिहार संग्रहालय में प्रथम म्यूजियम बिनाले का आयोजन वर्ष 2021 में शुरू किया गया और यह तय किया गया कि प्रत्येक दो साल पर म्यूजियम बिनाले का आयोजन किया जाएगा। आज म्यूजियम बिनाले का दूसरी बार यहाँ आयोजन हो रहा है। अब दो साल बाद वर्ष 2025 में यहाँ म्यूजियम बिनाले का आयोजन किया जाएगा।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में दुनिया के अनेक देशों के म्यूजियम विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। जी-20 के बीस देशों के अलावा अन्य 9 देशों से प्रतिनिधिगण यहां आये हुए हैं। मैं उन सभी लोगों का स्वागत करता हूं। मैं छात्र जीवन में और बचपन में भी पटना म्यूजियम को देखने जाता था। सरकार में आने के बाद वर्ष 2009 में हमने पटना संग्रहालय जाकर एक-एक चीज को देखा और 5 करोड़ रूपये खर्च कर पटना म्यूजियम के है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार दुनिया का सबसे पौराणिक स्थल है। आज कल हर जगह यह देखने को मिल रहा है कि हिंदी के शब्दों को अंग्रेजी में लिखा जा रहा है, यह उचित नहीं है। हिंदी के साथ अंग्रेजी शब्दों का भी इस्तेमाल करें ताकि अधिक से अधिक लोग चीजों को समझ सकें। बिहार म्यूजियम के मेटेनेंस का हमने पहले निर्देश दिया था। अब काफी अच्छे से इसका मेटेनेंस हो रहा है। दूसरे राज्यों एवं देशों से बिहार म्यूजियम आने वाले लोगों से उनका अनुभव जरूर जानें और उसे यहाँ प्रदर्शित करें। इससे बिहार म्यूजियम (Bihar Museum) को लेकर उनके विचार सामने आयेंगे। बिहार म्यूजियम आने वाले लोगों की सुविधा का विशेष रूप से ख्याल रखें ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो। मेंटेनेस का काम निरंतर एवं बेहतर ढंग से हो, इसका विशेष रूप से ख्याल रखें। आप सभी लोगों के हित में काम करें, हम यही चाहते हैं। नई पीढ़ी के लोगों को पुरानी बातों से अवगत कराते रहें ।