लखनऊ। राजस्थान में सियासी संकट के बीच अशोक गहलोत सरकार द्वारा जारी ऑडियो टेप को लेकर सियासत गरम हो गयी है। भारतीय जनता पार्टी के बाद अब बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फोन टेप कराकर असंवैधानिक काम किया है। इतना ही नहीं उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए एक के बाद एक दो ट्वीट किए। उन्होंने इस ट्वीट के जरिए कांग्रेस को दगाबाज बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दूसरी बार उनके साथ दगाबाजी की है।
फोन टेप को बताया असंवैधानिक
अपने पहले ट्वीट में मायावती ने लिखा, ‘जैसाकि विदित है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने पहले दल-बदल कानून का खुला उल्लंघन व बीएसपी के साथ लगातार दूसरी बार दगाबाजी करके पार्टी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल कराया और अब जग-जाहिर तौर पर फोन टेप कराके इन्होंने एक और गैर-कानूनी व असंवैधानिक काम किया है।’
राज्यपाल करें राष्ट्रपति शासन की सिफारिश
मायावती ने लगातार दो ट्वीट किए। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘इस प्रकार, राजस्थान में लगातार जारी राजनीतिक गतिरोध, आपसी उठा-पठक व सरकारी अस्थिरता के हालात का वहां के राज्यपाल को प्रभावी संज्ञान लेकर वहां राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए, ताकि राज्य में लोकतंत्र की और ज्यादा दुर्दशा न हो।’