भोपाल। संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की आज 132वीं जयंती है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाबा साहब के अनुयायियों को एक बड़ी सौगात दी है। बाबा साहब से जुड़े पंचतीर्थों जन्मभूमि महू, शिक्षा भूमि लंदन, दीक्षा भूमि नागपुर, महापरिनिर्वाण भूमि दिल्ली और चैत्य भूमि, मुंबई को प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत जोड़ दिया गया है। इस संदर्भ में प्रदेश शासन के धर्मस्व विभाग ने शुक्रवार को आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके अलावा वाराणसी स्थित संत रविदास मंदिर को भी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को अपने नियमित पौधारोपण कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान बाबा साहब को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमने यह फैसला किया है कि उनसे जुड़े पंचतीर्थ जैसे, उनकी जन्मभूमि महू, शिक्षा भूमि लंदन, दीक्षा भूमि नागपुर, महापरिनिर्वाण भूमि दिल्ली और चैत्यभूमि जहां अंतिम संस्कार हुआ मुंबई को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत जोड़ा हैं। पंचतीर्थ में से एक तीर्थ है लंदन, उसे भी इस योजना के तहत जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे यह कहते हुए गर्व है कि महू में अगर बाबा साहब का स्मारक बनाने का सौभाग्य मिला, तो हमें मिला। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद आनन-फानन में छुट्टी के दिन ही धर्मस्व विभाग ने पंचतीर्थ को तीर्थ दर्शन योजना में शामिल करने का आदेश जारी कर दिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने मीडिया से बातचीत में यह भी बताया कि डॉ. आंबेडकर की जन्मस्थली महू आने वाले श्रद्धालुओं के लिए धर्मशाला निर्माण के लिए आवश्यक जमीन के लिए सेना की एनओसी मिल गई है। साढ़े तीन एकड़ जमीन को बाबासाहब मेमोरियल समिति को लीज पर देकर श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने समेत अन्य सभी आवश्यकताएं पूरी की जाएंगी।
गौरतलब है कि एक साल पहले आज ही के दिन मुख्यमंत्री शिवराज ने महू में आंबेडकर जयंती के कार्यक्रम के मंच से इस आशय की घोषणा की थी, जिस पर अब अमल हो रहा है।