Bhopal: मध्य प्रदेश अपने सांस्कृतिक ऐतिहासिक धरोहरों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। अब प्रदेश के ग्वालियर शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिटी ऑफ म्यूजिक (City of Music) के रूप मे एक अलग पहचान मिली है। ग्वालियर को यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UNESCO Creative Cities Network) में शामिल किया गया है। मध्य प्रदेश को यह सौगात स्थापना दिवस के अवसर पर मिली है।
मध्य प्रदेश बुधवार को अपना 68वां स्थापना दिवस मना रहा है। जनसम्पर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने बताया कि यूनेस्को द्वारा ग्वालियर को यूनेस्को क्रियेटिव सिटीज नेटवर्क में शामिल कर प्रदेश को बड़ी सौगात दी है। ग्वालियर शहर को संगीत के क्षेत्र में सांस्कृतिक और रचनात्मक उपयोग करने, नवीन प्रथाओं को प्रदर्शित करने की उनकी मजबूत प्रतिबद्धता के लिए चुना गया है।
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उल्लेखनीय है कि विश्व शहर दिवस पर यूनेस्को द्वारा 55 शहरों को यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क में शामिल किया गया है। नए नामित रचनात्मक शहरों को” ब्रिंगिंग यूथ टू दा टेबल फॉर द नेक्स्ट डिकेड” (Bringing Youth to the Table for the Next Decade) विषय के लिए पुर्तगाल के ब्रागा में 1-5 जुलाई 2024 को होने वाले यूसीसीएन वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर को मिली इस उपलब्धि को गौरव भरा पल बताया है। उन्होंने बुधवार को ट्वीट के माध्यम से कहा कि मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश खासकर ग्वालियर-वासियों के लिए एक गौरव भरा ऐतिहासिक पल! मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि यूनेस्को द्वारा ग्वालियर को “सिटी ऑफ़ म्यूजिक” की मान्यता दी गई है। यह उपलब्धि संस्कृति मंत्रालय, मप्र के टूरिज्म विभाग के साथ मिलकर किये गए हमारे अथक प्रयासों का परिणाम है। ग्वालियर की यह उपलब्धि विश्व पटल पर मध्य प्रदेश की एक नई पहचान स्थापित करेगी और विकास व रोजगार के नये द्वार खोलेगी। सभी प्रदेश वासियों को इस ऐतिहासिक उपलब्धि की अनंत बधाई तथा स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।