भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में मंत्री परिषद की विशेष बैठक हुई, जिसमें ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना’ (युवा कौशल कमाई योजना) का प्रस्तुतीकरण हुआ। मंत्री परिषद ने योजना को अनुमोदन प्रदान किया। इस योजना में युवाओं को 8-10 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेंगे। इसके तहत 7 जून से संस्थाओं में प्रवेश प्रारंभ होगा, जो 15 जून तक चलेगा। 31 जुलाई को युवाओं का संस्थाओं के साथ अनुबंध होगा और अगस्त से यह राशि मिलनी शुरू हो जाएगी।
यह जानकारी बैठक के बाद गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दी। उन्होंने बताया कि युवाओं के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। आईटीआई, डिप्लोमाधारी, स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्रीधारी युवा इस योजना के लिए पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी भत्ता समस्या का स्थायी समाधान नहीं है। युवा सीखें और कमाएं, यह योजना का उद्देश्य है।
इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस की पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का झुनझुना पकड़ाया गया था, लेकिन किसी को भी नहीं मिला। नारी सम्मान योजना को लेकर उन्होंने कहा कि काठ की हांडी एक बार चढ़ती है। कमलनाथ जी लोगों को भ्रमित नहीं कर सकते, वे उन्हें देख चुके हैं। नारी सम्मान योजना के लिए जो रथ चलाए जा रहे हैं, वे कुछ समय बाद खड़े मिलेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि हमारी सरकार ने एक नई योजना को मंजूरी दी है। इसका नाम मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना है। इस योजना में मेरे युवा बेटे-बेटी काम सीखेंगे और साथ में 8 हजार से 10 हजार रुपये तक प्रतिमाह कमाएंगे भी। योजना में 12वीं पास, आईटीआई से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले तक सभी युवा पात्र होंगे।
वहीं, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान की अध्यक्षता में आज मुख्यमंत्री निवास में कैबिनेट की विशेष बैठक वंदेमातरम गान के साथ प्रारंभ हुई। मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए यह विशेष बैठक ‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ के रूप में बहुत बड़े अवसर लेकर आने वाली है।