चंडीगढ़: नारनौल में सुबह भीषण हादसे में मरने वाले बच्चों की संख्या सात हो गई। इस हादसे ने प्रशासनिक व्यवस्था की भी पोल खोल दी है। स्कूली बच्चों को लाने वाली बस नियमों की धज्जियां उड़ाकर चल रही थी।
दरअसल, नारनौल जिले के अंतर्गत आते कनीना ब्लाक के गांव उन्हानी में गुरुवार की सुबह एक स्कूल बस पलटने से सात बच्चाें की मौत हो गई और 15 घायल हो गए हैं। हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने जिला उपायुक्त से रिपोर्ट मांग ली है।
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। कनीना में स्थित यह स्कूल करीब 22 साल पुराना है, जो 12वीं कक्षा तक संचालित है। इस स्कूल के मालिक राजेंद्र लोढ़ा हैं, जो विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से संबंध रखते हैं। लोढ़ा नगरपालिका कनीना के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। हरियाणा में ईद की छुट्टी के बावजूद स्कूल खुला था। पुलिस अभी गहनता से मामले की जांच कर रही है लेकिन परिवहन मंत्रालय के ऑफिशियल मोबाइल ऐप के अनुसार इस स्कूल बस के डॉक्यूमेंट भी कंप्लीट नहीं हैं। फिटनेस सर्टिफिकेट एक्सपायर दिखाया जा रहा है। इसके बाद भी स्कूल इस बस को चला रहा था।
महेंद्रगढ़ के एसपी अर्श वर्मा ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि साढ़े 8 बजे की घटना है। ड्राइवर के शराब पीने की सूचना है। हम ड्राइवर का मेडिकल करवा रहे हैं। वह नशे में था या नहीं, वह मेडिकल के बाद ही पता चलेगा। उन्होंने बताया कि चालक तेज गति से स्कूल बस चला रहा था, जिस वजह से बस रोड से फिसल गई और पेड़ से टकरा गई। उन्होंने कहा कि अभी तक 6 बच्चों की मौत की सूचना है। इसी बीच एक अन्य बच्चे की अस्पताल में मौत की खबर मिली लेकिन उसका ब्यौरा अभी नहीं आया है। घटना में 15 से 20 बच्चे घायल हालत में हैं। इनमें से 1-2 बच्चों की हालत गंभीर है।
एसपी ने बताया कि ईद की सरकारी छुट्टी होने के बाद भी स्कूल खोला गया है। इसकी भी जांच की जा रही है। अभी तक स्कूल अथॉरिटी से संपर्क नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान देखेंगे कि इस मामले में स्कूल की क्या जिम्मेदारी बनती है, उस हिसाब से कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि गाड़ी के डॉक्यूमेंट पूरे न होने के बारे में भी जांच की जाएगी।