नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को यहां नई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 पर आधारित नई पाठ्यपुस्तकों पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में स्कूली शिक्षा सचिव संजय कुमार, एनसीईआरटी के वरिष्ठ अधिकारियों और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा पर राष्ट्रीय संचालन समिति के सदस्यों ने भाग लिया।
बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री ने संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं में पाठ्यपुस्तकों को विकसित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यह बहुभाषा शिक्षा प्रदान करने के राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के परिप्रेक्ष्य के अनुरूप होगा।
प्रधान ने यह भी कहा कि एनसीईआरटी द्वारा विकसित शिक्षण-शिक्षण सामग्री ‘जादुई पिटारा’ को खुले शिक्षा संसाधनों के रूप में हर स्कूल तक पहुंचाने के लिए आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसे एक जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है ताकि नवोन्मेषी और रचनात्मक युवा विभिन्न प्रकार की नवोन्मेषी शिक्षण-शिक्षण सामग्री विकसित करने के लिए हाथ मिला सकें।