पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने 2020 की तुलना में अधिक समय दिया। वही जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस चुनाव में सबसे अधिक सभाएं की। बिहार विधानसभा चुनाव में सीधे जनता के बीच जाकर एवं उनसे संवाद कर एक बार फिर यह साबित किया है कि वे जनसेवा को ही अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता मानते हैं।
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विधानसभा चुनाव के दौरान इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे राज्य में कुल 84 जनसभाएं की हैं, जिनमें से 11 सभाएं सड़क मार्ग से और 73 हवाई मार्ग से संपन्न हुई हैं।
इन सभाओं के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के कोने-कोने में जाकर लोगों से संवाद कर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। वहीं, एनडीए सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों का ब्यौरा भी साझा किया। वे न केवल सभाओं में शामिल हुए, बल्कि लगभग 1,000 किलोमीटर की सड़क यात्रा भी की, जिसमें उन्होंने 8 विधानसभा क्षेत्रों में जनसंपर्क कर जनता से सीधे जुड़ाव कायम किया।
यह यात्रा इस बात का प्रमाण है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केवल मंचों तक सीमित नहीं रहते, बल्कि वे जमीन पर उतरकर जनता के साथ संवाद करना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं।
उनका यह व्यापक जनसंपर्क अभियान बताता है कि वे बिहार के विकास, सुशासन और जनकल्याण के अपने संकल्प को लेकर पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ये यात्राएँ जनता के दिलों में भरोसे का भाव और एनडीए के प्रति समर्थन को और मजबूत कर रही हैं।
जदयू प्रवक्ता अंजुमन आरा ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में उन्हाेंने मुख्यमंत्री की चुनावी सभाएं काे लेकर कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की तुलना में मुख्यमंत्री उम्र में काफी बडे़े है लेकिन मुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव से कई गुणा सभाएं की है। जहां एक विजन, दूरदृष्टि, कमिटमेंट है अपने आवाम के साथ विकास काे लेकर और विकसित, सशक्त और समृद्ध बिहार बनाने का जाे सकंल्प हमारे मुख्यमंत्री का उसमें उनकी उम्र काेई मायने नहीं रखती। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हमारे सामने है कि इस उम्र में विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सभाएं उन्हाेंने ही की।
उन्हाेंने कहा कि बिहार की एक एक जनता जानती है कि नीतीश कुमार ने जाे बदलाव किया है, विकास किया है, खुशहाली लायी है, आज बिहार में जाे अमन शांति है, विमेन इम्पावर में एक लम्बी लकीर खींची है। दलित वचिंत आगे बढ़ रहे है। आधारभूत संरचना का विकास हुआ है। जीविका के माध्यम से महिला सशक्त हुई है। महिलाओं की राजनीति भागीदारी बढ़ाने में जाे उन्हाेंने काम किया है। बच्चियाें काे पढाई में जाे आरक्षण और सहायता दी है ये सब काेई दूसरा नहीं कर सकता। उन्हाेंने कहा कि इस संकल्प के साथ बिहार की जनता ने इस साल बंपर वाेटिंग कर फिर से नीतीश कुमार के नेत़त्व में एक मजबूत और निष्पक्ष सरकार बनाने का निणय किया है। 14 नवम्बर काे नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में सरकार बननी तय है।



