लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह गांवों में रचनात्मक कार्य कर विकास की पवित्र गंगा बहायें, विकास कार्यों में नवाचार करके नयी मिशाल स्थापित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी और कर्मचारी टीम भावना से कार्य करके गांव में विकास के नये कीर्तिमान स्थापित करें। कहा कि विकास कार्यों में ऐसी सरल, सहज, सुलभ व सर्वग्राही कार्य संस्कृति डेवलप करें कि आम जनमानस को उनकी बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति बहुत सरल तरीके से हो सके।
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केशव प्रसाद मौर्य बुधवार को योजना भवन लखनऊ में प्रदेश के सभी संयुक्त विकास आयुक्तों व सभी जिलों के मुख्य विकास अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांवों में स्वच्छता व जन सुविधाओं के लिए गुजरात मॉडल पर कार्य करें। प्रत्येक ब्लॉक में विकास कार्यों में पिछड़ी 10 ग्राम पंचायतों का चयन कर आकांक्षात्मक विकास खण्डों की तरह वहां विकास कार्य कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं । सभी सी डी ओ महीने में कम से कम एक बार जिले की ऐसी सबसे पिछड़ी ग्राम पंचायत का निरीक्षण करें और वहां ठोस व प्रभावी रणनीति बनाकर विकास योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में अग्रणी भूमिका का निर्वहन करें।कहा कि गांवों में सोलर लाइटों को लगाने में ओवर लैपिग न होने पाये, इस पर नजर रखी जाय।
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उन्होंने कहा कि विभाग के अच्छे व जीवन्त कार्यों की अधिक से अधिक पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली जांय, इसमें सभी दक्ष व सक्षम अधिकारी व कर्मचारियों को लगाया जाय।अच्छे कार्यों का सन्देश जनमानस में जाना चाहिए।कहा अमृत सरोवरो के निर्माण में प्रदेश में बहुत अच्छा कार्य हुआ है और प्रदेश देश में नम्बर 1पर है।
उन्होंने कहा कि शिलाफलकम् व अमृत वाटिका की जिला स्तर पर बुकलेट तैयार की जाए और अमृत वाटिकाओं को सुरक्षित व संरक्षित रखने के हर सम्भव उपाय किये जांय। कहा कि सी डी ओ, डीडीओ,व बीडीओ जन समस्याओं की सुनवाई कर उनका निराकरण करें।माह में कम से कम एक बार विकास भवन व विकास खण्ड कार्यालय में स्वच्छता अभियान चलाया जाए।
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ग्राम्य विकास राज्य मंत्री विजयलक्ष्मी गौतम ने कहा कि प्रदेश में बहुत तीव्र गति से विकास कार्य कराये जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत भवनों के निरीक्षण करने व वहां प्रदत्त सुविधाओ का लाभ पात्र व्यक्तियों को दिलाने की आवश्यकता पर बल दिया। कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कहा कि जिलों में 70से अधिक विभागों का कार्य विकास विभाग से समन्वय बनाकर होता है। 41योजनाओं में प्रदेश, देश में टाप पर है, इसमें सबसे ज्यादा ग्राम्य विकास विभाग की योजनाएं हैं । प्रदेश में महिलाओं की आमदनी बढ़ाने की दिशा में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा उल्लेखनीय कार्य कराये गये हैं। गांवों के विकास व बेहतरी के लिए अच्छे कार्य हो रहे हैं।