नई दिल्ली। केंद्र सरकार के गोदाम में पड़े 56 हजार मीट्रिक टन प्याज का स्टॉक और आयात का टेंडर जारी होने के बावजूद प्याज का भाव लंबे वक्त से आसमान छू रहा है। बढ़ती कीमतों की वजह से प्याज लोगों की किचन से लगभग गायब है। राजधानी दिल्ली और एनसीआर में प्याज 90 रुपये प्रति किलो की दर पर बिक रहा है। वहीं, तमिलनाडु में भाव 130 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। जबकि देश के अन्य हिस्सों में प्याज खुदरा में 100 रुपये प्रति किलो की कीमत पर मिल रहा है।
एशिया की सबसे बड़ी मंडी आजादपुर में आढ़ती एच.एस. भल्ला ने बताया कि सोमवार को प्याज का थोक भाव 75 रुपये किलो रहा। उन्होंने कहा कि प्याज की कीमत में तेजी बनी रहेगी, इसकी वजह मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, कनार्टक, मध्यप्रदेश और राजस्थान में इस बार उत्पादन में गिरावट आई है। इससे पहले भी प्याज की फसल खराब होने की वजह से इसकी कीमत में निरंतर तेजी बनी हुई है।
इस बीच केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने हाल ही में संसद में बताया कि इस बार प्याज के उत्पादन में करीब 23 फीसदी की गिरावट आई है, जिसकी वजह से कीमत में भारी उछाल आया है। हालांकि, केंद्रीय ट्रेडिंग कंपनी खनिज तथा धातु व्यापार निगम लिमिटेड (एमएमटीसी) तुर्की से प्याज आयात करने की तैयारी में है। इस सौदे के अंतर्गत अभी 11 हजार टन प्याज का आयात किया जाना है, जबकि सरकारी कंपनी पहले से ही मिस्र से करीब छह हजार टन प्याज आयात कर रही है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार घरेलू बाजार में प्याज की बढ़ती कीमत को नियंत्रित करने की योजना के तहत प्याज का आयात कर रही है। पिछले महीने 1.2 लाख टन प्याज के आयात के फैसले को कैबिनेट ने मंजूरी दी थी।