Lucknow। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में नगर विकास विभाग की 11 हजार करोड़ रुपये की 3419 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। उन्होंने यहां प्रदर्शनी-स्टॉल का अवलोकन कर नगर विकास विभाग की मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया। विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है, जो विकास भी करता है और विरासत को संरक्षित भी करता है। युवाओं के आजीविका की व्यवस्था करता है और आमजन की आस्था को सम्मान भी देता है। प्रदेश में सुरक्षा का बेहतर माहौल देता है तो प्रदेश को समृद्धि के नित नए सोपान की ओर से अग्रसर करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य भी करता है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की इस गति में जब प्रदेश का हर नागरिक सहभागी बनता है, तब पीएम मोदी के विकसित भारत के संकल्प की प्रतिपूर्ति होती है। हर भारतवासी का संकल्प होना चाहिए कि हमारा देश विकसित भारत बने। 2017 में 24 फीसदी आबादी नगरीय क्षेत्रों में रहती थी, आज यह आबादी 30 फीसदी है और आने वाले पांच वर्ष में उप्र में यह आबादी 40 फीसदी पहुंचने वाली है। योगी ने कहा कि पहले लोग केवल मनुष्य को कहते थे कि बड़ा स्मार्ट बन रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री ने सिटी को भी ‘स्मार्ट’ बना दिया।
सीएम ने कहा कि पहली बार नगर विकास विभाग की ओर से इतने बड़े पैमाने पर योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास हो रहा है। सात साल पहले नगर विकास विभाग का जितना बजट था, उसका तीन गुना केवल एक साथ लोकार्पित-शिलान्यास हो रहा है।
नए निकायों का गठन हुआ, क्षेत्रफल भी बढ़ाए गए
सीएम ने बताया कि 112 नए नगर निकायों का गठन हुआ। तीन नए नगर निगम भी बनाए गए। नगर पालिका परिषद व नई नगर पंचायतें गठित हुईं। उनके क्षेत्रफल को बढ़ाया गया। स्मार्ट सिटी व अमृत मिशन के साथ ही ऐसी तमाम स्कीमें लाई गईं, जिनकी ईज ऑफ लिविंग के लक्ष्य को प्राप्त करने में बड़ी भूमिका है। पहले लोग केवल मनुष्य को कहते थे कि बड़ा स्मार्ट बन रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री ने सिटी को भी ‘स्मार्ट’ बना दिया। भारत सरकार के सहयोग से 10 और राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत सात नगर निगम समेत यूपी के कुल 17 नगर निगम स्मार्ट सिटी बन रहे हैं। उप्र देश का पहला राज्य है, जो सभी नगर निगमों को स्मार्ट सिटी मिशन के साथ जोड़कर काम कर रहा है।
दूधिया लाइट से आज सभी नगर निकाय क्षेत्र चमकते हैं
मुख्यमंत्री योगी (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि हमारा पहला संकल्प क्या होना चाहिए। जब हम चुनते हैं तो बिना किसी खर्चे, अतिरिक्त प्रयास के चेयरमैन-पार्षद के रूप में हर वार्ड में स्वच्छता समिति का गठन करके उनके माध्यम से सुबह-शाम आधा-एक घंटे घूम लें तो स्वच्छता के लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की कार्रवाई हो, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए किए जाने प्रयासों में सहभागी बन जाएं। उन्होंने कहा कि 2017 के पहले जब नगरों में निकलते थे तो बिजली आती नहीं थी। यदि आती भी थी तो स्ट्रीट लाइट आधी-अधूरी जलती थी, कोई पीली तो कोई सफेद जलती थी। लाइट इतनी कम रहती थी कि स्ट्रीट लाइट ठीक ढंग से काम नहीं करती थी। हम लोगों ने प्रदेश में फ्री में 16 लाख एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई। दूधिया लाइट से आज सभी नगर निकाय क्षेत्र चमकते हैं। स्ट्रीट लाइट के परिणामस्वरूप कार्बन उत्सर्जन व बिजली के खपत को कम किया गया। एक जैसी स्ट्रीट लाइट होने के कारण स्मार्ट सिटी के मिशन को पूरा करने व पीएम के विजन के अनुरूप कम से कम कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने में नगर निकाय योगदान दे रहे हैं।
पहले की तुलना में आज सफाई बहुत अच्छी हुई है
सीएम ने कहा कि पहले शहरी क्षेत्र कूड़े से लदे होते थे। आज पहले की तुलना में सफाई बहुत अच्छी हुई है, फिर भी अच्छे कार्य को और अच्छा करना चाहिए। शहर में जलजमाव न हो, सड़कें अच्छी हों, अभी से पांच वर्ष की कार्ययोजना बनाकर काम करें, हमारा नगर निकाय आत्मनिर्भर बने। इसके लिए निकाय की आय को भी बढ़ाएं। सात वर्ष में केंद्र व राज्य सरकारों ने काफी बड़े लक्ष्य को हासिल किया। नगर विकास के अंदर आज प्रदेश में 15 लाख गरीबों को 3500 करोड़ से अधिक की राशि वितरित हो चुकी है और प्रदेश में 56 लाख गरीबों को पीएम आवास मिला। तीन करोड़ लोगों को शौचालय मिला। 15 करोड़ लोग फ्री राशन की सुविधा पा रहे, 19 लाख स्ट्रीट वेंडर्स पीएम स्वनिधि योजना का लाभ पा रहे। 762 नगर निकायों में बिना भेदभाव के साथ शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त हो रहा है। पीएम की मंशा के अनुरूप एक्सप्रेशनल विकास खंड की तर्ज पर नए व पिछड़े नगर निकायों को आकांक्षात्मक नगर निकाय के रूप में चिह्नित करके वहां सीएम अर्बन फेलो की तैनाती करें। 100 अर्बन फेलोज को आज टैबलेट दिया गया। इंडीकेटर तय किए गए हैं, टैबलेट के माध्यम से ऑनलाइन फीडिंग होगी, यहां से मॉनीटरिंग व फिजिकल वेरीफिकेशन होगा। फिर हम उनकी रैंकिंग तैयार करेंगे। अच्छा कार्य करने वाले को इंसेंटिव देंगे। कार्य न कर पाने वाले को प्रोत्साहित करेंगे। 100 प्रतिशत सेच्युरेशन के लक्ष्य को प्राप्त करने में हम सभी सहभागी बनें।
यूपी ने अलग-अलग वर्गों में अनेक पुरस्कार प्राप्त किए
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी देश का पहला राज्य है, जिसने अलग-अलग वर्गों में अनेक पुरस्कार प्राप्त किए। यूपी देश का पहला राज्य है, जिसके छह नगरों में मेट्रो प्रारंभ हुई। वाराणसी में रोपवे की सुविधा प्रारंभ हो रही है। शाहजहांपुर में भी रोपवे की सुविधा प्रारंभ करने के इच्छुक हैं। इलेक्ट्रिक बस सेवा की भी काफी डिमांड है, नगर विकास ने इस कार्य को तेजी से बढ़ाया है। मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना, वंदन योजना, मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट स्कीम के साथ ही दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शहरी आजीविका योजना के अंतर्गत महिला स्वयंसेवी समूह को भी प्रोत्साहित करने का कार्य हुआ है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, एके शर्मा, राज्यमंत्री राकेश राठौर ‘गुरु’, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद बृजलाल, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, रामचंद्र प्रधान, उमेश द्विवेदी, मोहसिन रजा, विधायक नीरज बोरा, योगेश शुक्ला, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र आदि मौजूद रहे।