दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) राज्यसभा में राष्ट्रपति(President) के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए कहा कि, खड़़गे जी ने 400 सीटों का आशीर्वाद दिया। मैं प्रार्थना करता हूं, आप 40 बचा पाएं। बता दें कि, लोकसभा में 5 फरवरी को PM ने कांग्रेस(congress) पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि, एक ही प्रोडक्ट को कई बार लॉन्च करने के चक्कर में Congress की दुकान पर ताला लगने की नौबत आ गयी है। देश के साथ-साथ वह भी परिवारवाद का खामियाजा भुगत रही है। विपक्ष कई दशक तक सत्ता में बैठा था, वैसे ही इस ने कई दशक तक विपक्ष में बैठने का संकल्प लिया है। तो आइए जानते है उन्होंने आगे क्या कहा:
शिक्षा के भ्रामक आंकड़े रखे गए:
तथ्यों को नकार देने से किसका भला होगा। यह करके खुद की ही क्रेडिबिलिटी(credibility) भी खो रहे थे। 10 वर्ष में SC\ST स्टूडेंट्स की स्कॉलरशिप(scholarship) में बढ़ोतरी हुई है। स्कूलों में Higher Education में नामांकन बढ़ा और ड्रॉप आउट कम हुआ है।
हमने जितने काम किये, यह ST\SC\OBC समाज के लिए है:
Modi ने कहा, उन्हें पक्का घर मिला, समाज में स्थान मिला है। स्वच्छता के अभाव में हर वर्ग बीमारी से जूझ रहा था, स्वच्छ भारत अभियान का लाभ देने का काम हमने किया। माताएं-बहनें धुएं में स्वास्थ्य संकट झेल रही थीं, उज्ज्वला गैस दी। मुफ्त राशन, गैस के लाभार्थी यही लोग हैं।
एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाया:
देश में पहली बार NDA ने एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाने का काम किया। वैचारिक विरोध एक बात है। राष्ट्रपतिजी का अपमान करने की घटनाएं कम नहीं हैं। दलित और आदिवासी हमेशा हमारी प्राथमिकता रहे।
सीताराम केसरी को उठाकर फेंक दिया:
सीताराम केसरी अति पिछड़ी जाति से थे, Congress के अध्यक्ष थे, उन्हें उठाकर फुटपाथ पर फेंक दिया गया। यह वीडियो देश ने देखा। इनके मार्गदर्शक अमेरिका में बैठे हैं। वह पिछले चुनाव में ‘हुआ तो हुआ’ के लिए फेमस हो गए थे। कांग्रेस इस परिवार के काफी करीब है।
जम्मू-कश्मीर के SC\ST\OBC को 7 दशकों तक अधिकारों से वंचित रखा:
नेहरूजी ने जो कह दिया वह congress के लिए पत्थर की लकीर है। Congress ने जम्मू-कश्मीर के SC\ST\OBC को 7 दशकों तक उनके अधिकारों से वंचित रखा। Article 370 को निरस्त किया तो अधिकार मिले, जो देश के लोगों को बरसों से मिले हुए थे। वहां प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटी एक्ट(Prevention of Atrocities Act) नहीं था। 370 हटाकर हमने यह अधिकार उन्हें दिया। स्थानीय निकायों में OBC के आरक्षण का विधेयक भी 6 फरवरी को पारित कर दिया गया है।
नेहरूजी ने कहा- मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता:
Modi ने बताया कि, एक बार नेहरूजी ने चिट्ठी मुख्यमंत्रियों को लिखी। उसमें लिखा था कि, “मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता। खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं, जो अकुशलता को बढावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए।”
दलित, पिछड़े और आदिवासी की Congress जन्मजात विरोधी:
उन्होंने कहा कि, दलित, पिछड़े और आदिवासी की कांग्रेस जन्मजात विरोधी रही। बाबा साहेब ना होते ना तो शायद SC\ST को आरक्षण मिलता या नहीं,मालूम नहीं। मेरे पास प्रमाण है। इनकी सोच आज से नहीं, उस समय से ऐसी ही है।
इस सदी का स्वार्थी एजेंडा मैं और मेरा वाला नहीं चलेगा:
राष्ट्रपति ने अभिभाषण मे्ं 4 सबसे बड़ी जातियों के विषय में सम्बोधित किया था कि, युवा, नारी, गरीब और अन्नदाता। इनकी समस्याएं और सपने एक समान हैं और उसका समाधान करना है तो रास्ते भी एक ही हैं। इसीलिए इन 4 स्तंभों को मजबूत करें तब देश विकसित भारत की तरफ़ बढ़ेगा। 21वीं सदी में 20वीं सदी की सोच, इस सदी का स्वार्थी एजेंडा मैं और मेरा वाला नहीं चलेगा।
मान्यताओं व परंपराओं को गाली देते तो आप प्रोग्रेसिव हैं, यह नैरेटिव गढ़े जाते थे:
अपनी मान्यताओं और परंपराओं को गाली देते हैं तो आप प्रोग्रेसिव हैं, यह नैरेटिव गढ़े जाते थे। यह परंपरा कहां से शुरू होती थी, यह देश जानता है। मेड इन फॉरेन को स्टेटस बना दिया था। वोकल फॉर लोकल बोलने से डर रहे हैं।
राजपथ को कर्तव्य पथ बनने के लिए मोदी का इंतजार क्यों करना पड़ा:
उन्होंने कहा कि, राजपथ को कर्तव्य पथ बनने के लिए मोदी का इंतजार क्यों करना पड़ा। अंडमान और निकोबार द्वीपसमूहों पर अंग्रेजी सत्ता के निशान क्यों लटके। इस देश के सेना के जवान मिटते रहे, उनके सम्मान में एक वार मेमोरियल(Memorial) तक नहीं बना पाए। भारतीय भाषाओं को हीन भावना से क्यों देखा। भारत को मदर ऑफ डेमोक्रेसी बताने में कौन रोकता था।
कांग्रेस अंग्रेजों से इंस्पायर्ड थी, उनका कल्चर और कानून चलाया:
सदन में अंग्रेजों को याद किया गया। अंग्रेजों से कौन इन्सपायर्ड था। कांग्रेस को जन्म किसने दिया था, यह तो नहीं पूछूंगा। आजादी के बाद देश में गुलामी की मानसिकता को किसने बढ़ावा दिया। आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे, तो उनकी बनाई दंड संहिता क्यों नहीं बदली। । लाल बत्ती कल्चर क्यों चलता रहा। भारत का बजट शाम को 5 बजे आता था, क्योंकि ये ब्रिटिश पार्लियामेंट शुरू होने का समय था।
पॉलिसी पैलालिसिस कांग्रेस की पहचान:
एक और प्रधानमंत्री, उन्होंने कहा था कि दिल्ली से एक रुपया जाता है और 15 पैसा पहुंचता है। बीमारी का पता था, सुधार करने की तैयारी नहीं थी। आज बातें तो बड़ी-बड़ी की जाती हैं। कांग्रेस के 10 साल का इतिहास देखिए। पॉलिसी पैलालिसिस उनकी पहचान बन गई। हमारे 10 वर्ष टॉप 5 इकोनॉमी(economy), बड़े फैसलों के लिए याद किए जाते हैं।
मनमोहन सिंह ने कहा था;देश में व्यापक गुस्सा है:
एक कोट, सदस्यगण जानते हैं कि हमारी ग्रोथ धीमी हो गई है और फिस्कल डेफिसिट, महंगाई दर 2 साल से बढ़ रही है। करंट अकाउंट डेफिसिट हमारी उम्मीदों से ज्यादा बढ़ रहा है। यह आदरणीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह(Manmohan Singh) ने अपने कार्यकाल में कहा था। दूसरा कोट, देश में व्यापक गुस्सा है, पब्लिक ऑफिस के मिसयूज को लेकर गुस्सा है। तीसरा कोट, टैक्स कलेक्शन में भ्रष्टाचार होता है, इसके लिए जीएसटी लाना चाहिए। राशन की योजना में लीकेज है, देश का गरीब सबसे अधिक पीड़ित है। इसे रोकने के लिए उपाय खोजने होंगे। सरकारी ठेके जैसे दिए जा रहे हैं, उस पर शक होता है।
कांग्रेस के खिलाफ गुस्सा देश को क्यों आया:
देश-दुनिया उनके 10 साल के कार्यकाल को ऐसे क्यों देखती थी। देश क्यों नाराज था। इतना गुस्सा देश को क्यों आया। हमारे कहने से सब नहीं हुआ है। खुद के कर्मों के फल इसी जन्म में भुगतने होते हैं।
अंबेडकर को भारत रत्न योग्य नहीं मानने वाले उपदेश दे रहे हैं:
10 साल में अर्थव्यवस्था 12 से 11 पर लाई, हम 10 साल में 5 नंबर पर ले आए। हमें यहां आर्थिक नीतियों पर भाषण सुना रहे हैं। जिस कांग्रेस ने OBC को पूरा आरक्षण नहीं दिया, सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण नहीं दिया, अंबेडकर को भारत रत्न योग्य नहीं माना। जिस कांग्रेस के अपने नेता की कोई गारंटी नहीं है, अपनी नीति की गारंटी नहीं है, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं।
कांग्रेस आजादी के बाद से ही कंफ्यूज:
जिस कांग्रेस ने जात-पात और भाषा के नाम पर देश को बांटने में कसर नहीं छोड़ी, आतंकवाद-अलगाववाद को अपने हित में पनपने दिया, नॉर्थ ईस्ट को पिछड़ेपन में ढकेल दिया, नक्सलवाद को चुनौती बना दिया, देश की जमीन दुश्मनों के हवाले कर दी, सेना का आधुनिकीकरण नहीं होने दिया। आजादी के बाद से ही कंफ्यूज ही रही, उन्हें उद्योग जरूरी है कि खेती, इसी में उलझे रहे।
सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया:
कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था। कांग्रेस ने दर्जनों बार लोकतांत्रिक तरीके से सरकारों को भंग कर देश के संविधान, लोकतंत्र की मर्यादा को जेल की सलाखों के पीछे बंद, अखबारों पर ताले लगाने की कोशिश की।
आप 40 सीटें बचा पाएं:
मैंने एक प्रार्थना की। पश्चिम बंगाल से आपको जो चैंलेज मिला है कि कांग्रेस 40 पार नहीं कर पाएगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि आप 40 बचा पाएं।
मेरी आवाज दबा नहीं सकते:
हम सदन में बैठते थे। हम धैर्य के साथ आपके एक-एक शब्द को सुनते रहे। आज भी आप न सुनने की तैयारी के साथ आए हैं, लेकिन मेरी आवाज आप दबा नहीं सकते। देश की जनता को इस आवाज को ताकत दी है। इसलिए मैं भी पूरी तैयारी के साथ आया हूं। आपने डेढ़-दो घंटे जुल्म किए, लेकिन मैंने मर्यादा नहीं तोड़ी।
खड़गे जी ने कमांडरों के न होने का फायदा उठाया:
PM ने कहा, मैं सोच रहा था कि उन्हें इतना बोलने की आजादी मिली कैसे। उनके साथ दो कमांडर रहते थे, वो नहीं थे। इसका खड़गे जी भरपूर फायदा उठाया।