बरेली। बरेली जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। वर्ष 2005 से 2020 के बीच नियुक्त करीब एक दर्जन सरकारी डॉक्टर बिना त्यागपत्र दिए या वीआरएस लिए वर्षों से ड्यूटी से गायब हैं। हैरानी की बात यह है कि इन डॉक्टरों ने सीएमओ कार्यालय से अपने नर्सिंग होम पंजीकृत करवा लिए हैं और खुलेआम निजी अस्पताल चला रहे हैं। इन डॉक्टरों ने सरकारी सेवा में रहते हुए नियमों को दरकिनार कर निजी लाभ कमाने का रास्ता अपनाया, जो स्पष्ट रूप से सेवा नियमों का उल्लंघन है।
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इस गंभीर मामले की जांच शासन स्तर से एडी हेल्थ को सौंपी गई है। स्वास्थ्य सेवाओं में इस तरह की अनियमितताएं न सिर्फ भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती हैं, बल्कि आमजन की सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में विश्वास को भी कमजोर करती हैं। अब मांग उठ रही है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी डॉक्टर सेवा नियमों का उल्लंघन करने का साहस न कर सके और सरकारी सेवा की गरिमा बनी रहे।