शनि 5 जून को कुंभ राशि में वक्री होने जा रहे हैं. शनि की उल्टी चाल रविवार दोपहर करीब सवा तीन बजे शुरू हो चुकी है. इसके बाद शनि 23 अक्टूबर तक वक्री अवस्था में ही रहेगा. शनि कुल 141 दिन उल्टी चाल चलेंगे. ज्योतिषियों की मानें तो शनि की उल्टी चाल बहुत महत्वपूर्ण है. इससे साढ़ेसाती, ढैया और गोचर की स्थिति बदल जाएगी. ऐसे में यह परिवर्तन 5 राशियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
वृष– ज्योतिषियों की मानें तो शनि की उल्टी चाल वृष राशि के जातकों को सता सकती है. नौकरी-व्यापार पर बुरा असर हो सकता है. इस दौरान कोई बड़ा निवेश करने से बचें. लंबी यात्रा के योग बनेंगे. हालांकि इन यात्राओं से आपको चाहकर भी लाभ नहीं मिलेगा. पिता के स्वास्थ्य में समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
धनु– शनि की वक्री चाल होने के बाद करियर में व्यस्तता बढ़ेगी. इस दौरान आपको कुछ अच्छे अवसर भी मिलेंगे, लेकिन कुल मिलाकर स्थिति आपके अनुकूल नहीं है. स्वास्थ्य का ध्यान रखें. नौकरी-व्यापार में मेहनत करने से ही सफलता मिलेगा, अन्यथा कोई भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
मिथुन– शनि की उल्टी चाल आपके करियर में बाधा पैदा करेगी. आपकी राशि में भी लंबी यात्रा के योग बन रहे हैं. घर के सदस्यों की तबियत बिगड़ सकती है. आपने खर्चों पर जो नियंत्रण बना रखा था वो अब टूट सकता है. व्यर्थ के विवाद हो सकते हैं. भाई-बहन के साथ किसी विवाद में पड़ने से बचें.
तुला– स्वास्थ्य के लिहाज से तुला राशि वालों के लिए शनि की उल्टी चाल बहुत अशुभ है. कुंभ राशि के पांचवें भाव में वक्री शनि आपके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. आपके परिवार को भी इन दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. स्थान परिवर्तन हो सकता है. आपको लंबे समय के लिए परिवार से दूर जाना पड़ सकता है.
कन्या– शनि की उल्टी चाल संतान पक्ष की चिंता का कारण बन सकती है. स्थान परिवर्तन के योग हैं. नौकरी में अनचाहे ट्रांसफर से तनाव हो सकता है. गुप्त शत्रु से परेशानी हो सकते हैं. आर्थिक मोर्चे पर नुकसान के योग्य हैं. दुर्घटनाओं के योग भी हैं, इसलिए वाहन चलाते समय सावधानी बरतें.