Begusarai: बिहार के जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा (Sanjay Kumar Jha) ने कहा है कि मिथिला के पावन गंगा तट सिमरिया धाम में कार्तिक माह में लगने वाले एशिया प्रसिद्ध कल्प-वास मेले में आनेवाले श्रद्धालु एवं साधु-संतों को इस वर्ष किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। इसके लिए बिहार सरकार पूरी तत्परता से कार्य कर रही है।
सिमरिया धाम में चल विकास कार्यों का निरीक्षण करने शुक्रवार को आए संजय कुमार झा ने सीढ़ी से लेकर कल्प-वास मेला क्षेत्र तक का गहनता से निरीक्षण कर जानकारी ली तथा गुणवत्ता के साथ काम पूरा करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। उन्होंने रिवर-फ्रंट कार्य एवं कल्प-वास क्षेत्र के साथ अन्य कार्यों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान धर्मशाला आदि निर्माण के संबंध में भी जानकारी ली।
निरीक्षण के बाद उन्होंने पत्रकारों को बताया कि यहां कार्तिक महीने में एशिया प्रसिद्ध कल्प-वास मेला लगता है। इस वर्ष 18 अक्टूबर से कल्प-वास मेला शुरू हो रहा है। प्रयास कर रहे हैं कि मेले से पहले सभी तैयारी पूरी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) द्वारा उद्घाटन कराया जाए। पिछले वर्ष कल्प-वास क्षेत्र में पानी आ गया था। इसके मद्देनजर गंगा के कल्पवास क्षेत्र ऊंचे स्थान पर तैयार किया गया है। यह एक लाख नौ हजार स्क्वायर मीटर में है। स्टेडियम की तरह इसे विकसित करने लिए मिट्टी भराई और समतलीकरण किया गया और अब चारदिवारी कर पांच हाई मास्क लाइट लगाया जाएगा। कल्पवासियों को पीने के लिए नल का जल उपलब्ध होगा। शौचालय आदि की व्यवस्था की जाएगी। सामने सीढ़ी घाट रहेगा ।सीढ़ी का काम तेजी से हो रहा है, 85 मीटर में सीढ़ी बनकर तैयार है। यहां राजस्थान से संगमर्मर एवं लाल बलुआ पत्थर से निर्मित पत्थर लगाया जाएगा। धर्मशाला, पार्किंग, कपड़ा बदलने का कक्ष, शौचालय, आरती के लिए जगह बनेगा। यहां पर 24 घंटे बिजली उपलब्ध रहेगी।
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संजय कुमार झा ने कहा कि यहां लाखों लोग आते रहते हैं इन बातों को ध्यान में रखकर ऐसा काम किया जा रहा है ताकि एक दो साल तक तक इन सुविधाओं का लाभ निरंतर मिलता रहे। सिमरिया गंगा धाम को पूरी तरह से पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। अगले माह से यहां पर्यटन का रूप देखने लगेगा। मुख्यमंत्री इस जगह के समग्र विकास पर खुद नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जून 2024 तक काम पूरा करने का वादा मुख्यमंत्री के समक्ष किया गया था। डेढ़ साल में काम करने का लक्ष्य था, गुणवत्ता के साथ कार्य एक साल में ही पूरा करने का प्रयास हो रहा है। संजय कुमार झा ने कहा कि हरिद्वार में हर की पैड़ी गंगा के कैनाल में बना है, हम मुख्य गंगा नदी में काम कर रहे हैं। वहां वाटर कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन यहां मां गंगा के आशीर्वाद से हो रहा है। गंगा में गंगोत्री से लेकर बंगाल की खाड़ी तक सिमरिया से बड़ा काम नहीं हुआ है। इस अवसर पर डीएम रोशन कुशवाहा एवं जल संसाधन विभाग के कार्य अभियंता सहित सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।