अररिया। बिहार चुनावी समर में टिकट बंटवारा हो गया है।जो प्रत्याशी टिकट सफल रहे, उनके खेमे में खुशी है तो जो टिकट लेने में वंचित रहे, वहां ग़म है।
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खुशी और गम के बीच सोशल मीडिया का प्लेटफार्म खासकर फेसबुक इन नेताओं का जरिया बन गया है। जहां लोग अपनी अपनी अभिव्यक्ति व्यक्त कर रहे हैं।कोई आभार प्रकट कर रहा है तो कोई अन्याय और भरोसा टूटने की।इन सबके बीच पार्टी के आलाकमान और मठाधीश द्वारा टिकट बिक्री की चर्चा भी फेसबुक की शोभा बनी हुई है।
नरपतगंज से भाजपा के टिकट के रेस में सबसे आगे चल रहे भरगामा के पूर्व प्रमुख ने पोस्ट कर अपने साथ अन्याय होने की बात करते हुए शायद टिकट लेने में कुछ कमी होने की बात कही और चुनाव चुनावी समर में न उतरने के निर्णय से समर्थकों को अवगत कराया।
विजय कुमार यादव के इस पोस्ट को लेकर सैकड़ों समर्थकों ने अपनी राय राय देकर कई तरह की दलीलें दी।नरपतगंज से भाजपा ने देवयंती यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है।देवयंती यादव मूल रूप से जोगबनी की रहने वाली है और फेसबुक पर स्थानीय को दरकिनार कर बाहरी को उम्मीदवार बनाने के पोस्ट पर भी लोग अपनी राय रख रहे हैं।
नरपतगंज विधानसभा भाजपा के खाते में था और विधायक के रूप में जयप्रकाश यादव थे,जिन्हें पार्टी ने टिकट से वंचित कर दिया है।हालांकि उन्होंने भी टिकट से वंचित होने के बावजूद नरपतगंज की जनता और समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त किया है।
अररिया जिला के कद्दावर भाजपा नेताओं में से एक पंडित अजय कुमार झा भी इस बार भी चुनावी समर में अपना भाग्य आजमाना चाह रहे थे। वे नरपतगंज के साथ फारबिसगंज से चुनावी समर में भाजपा से टिकट की चाह रखे हुए थे।
लेकिन भाजपा आलाकमान ने उन्हें दोनों विधानसभा के साथ जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र से भी रुखसत कर दिया। लगातार एनडीए के कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी थी और छोटे बड़े सभी कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर सांसद प्रदीप कुमार सिंह के साथ भाग ले रहे थे।उनके समर्थक आशान्वित थे कि पंडित अजय कुमार झा को इस बार भाजपा चुनावी समर में उतारेगी।
लेकिन भाजपा आलाकमान ने उन्हें टिकट से वंचित कर दिया।जिसके बाद बुधवार की रात फेसबुक पर लाइव आकर उन्होंने अपनी पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष द्वारा बार बार आश्वासन के बावजूद टिकट नहीं मिलने पर अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि अंतिम समय तक में पार्टी के द्वारा उन्हें जोकीहाट से उम्मीदवार बनाने का आश्वासन दिया जाता रहा।
लेकिन जोकीहाट का सीट जदयू के खाते में गया और उन्हें टिकट से वंचित किया गया।हालांकि अंतिम समय में जोकीहाट से टिकट मिलने की आशा में जदयू नेता संजय झा, देवेशचंद्र ठाकुर सरीखे नेता का नाम लेकर बात करने की बात कही, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। अपनी पीड़ा और भावनाओं का जिक्र करते हुए पंडित अजय कुमार झा अंतिम समय में भावुक भी हो गए।
उसी तरह जदयू से पाला बदलकर जन सुराज में शामिल हुए मेराज खान और राजा रमण भास्कर उर्फ रंटू मंडल ने फारबिसगंज से जन सुराज की ओर से हाजी इकरामुल को उम्मीदवार बनाए जाने पर नाराजगी जाहिर की और बाहरी को उम्मीदवार बना देने की बात कही। अपने पोस्ट में मेराज खान ने जहां प्रशांत किशोर पर पैसे लेकर टिकट बेच देने का आरोप लगाया तो राजा रमण भास्कर उर्फ रंटू मंडल ने प्रशांत किशोर को पैसा किशोर की संज्ञा दी।
नरपतगंज से जन सुराज का उम्मीदवार चार बार के भाजपा के विधायक रहे जनार्दन यादव को उम्मीदवार बनाए जाने पर युवा सामाजिक कार्यकर्ता प्रभात यादव ने फेसबुक पर पीड़ा व्यक्त करते हुए निर्दलीय उम्मीदवारी देने की घोषणा की।
सिकटी से जन सुराज की ओर प्रत्याशी रागिब बबलू को बनाए जाने पर पार्टी के अनुमंडल अध्यक्ष भोला प्रसाद सिंह ने भी अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए फेसबुक पर बागी उम्मीदवार के रूप में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की।
उन्होंने पार्टी के प्रमंडलीय अध्यक्ष सह अररिया जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह बबन पर भाजपा से मिलकर और पैसे लेकर टिकट बिक्री का आरोप लगाया।
इधर टिकट प्राप्त करने वाले नेता सिकटी से भाजपा के विधायक विजय कुमार मंडल, फारबिसगंज से भाजपा के विधायक विद्यासागर केशरी, नरपतगंज से भाजपा का टिकट प्राप्त करने वाली नेत्री देवयंती यादव, अररिया से जेडीयू की टिकट प्राप्त करने वाली शगुफ्ता अजीम, रानीगंज(अजा) से टिकट प्राप्त करने वाले विधायक अचमित ऋषिदेव, जोकीहाट से जदयू का टिकट प्राप्त करने वाले मंजर आलम, नरपतगंज से जन सुराज का टिकट प्रात करने वाले जनार्दन यादव आदि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि पर पार्टी आलाकमान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए जनता से लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से बैनर, पोस्टर के माध्यम से मुखातिब हो रहे हैं।