Varanasi: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने रविवार को कहा कि भारत में प्रतिदिन 20 भाषाओं में 900 टेली काउंसलर 3000 छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य की सलाह देते हैं। 03 लाख छात्रों की काउंसिलिंग हो चुकी है। सरकार ने 24 गुणे 07 टेली-मेंटल हेल्थ सेवा लांच की है। 900 ट्रेंड टेली काउंसलर तैयार किए गए हैं। इस सेवा को टेली मानस कहा गया है। सभी टेली कॉलर मुफ्त मानसिक स्वास्थ्य पर छात्रों की काउंसलिंग कर रहे हैं।
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केन्द्रीय वित्तमंत्री आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) के स्टूडेंट काउंसिलिंग सर्विसेज की ओर से स्वतंत्रता भवन सभागार में आयोजित मेंटल वेलनेस वीक का उद्घाटन कर विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रही थीं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आईआईटी के छात्र-छात्राओं का आह्वान कर कहा कि अपने इनोवेटिव आइडिया और दिमाग को भारत के विकास में निवेश करें। आप सिर्फ नौकरी के लिए अध्ययन न करें। हमेशा इनोवेटिव स्किल पर काम करें। शिक्षा आप अपने प्रतिभा और कौशल पर अर्जित करते हैं।
वित्तमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया का बेस्ट प्लेस है, आपकी इच्छा हो तो आप जॉब करने दुनिया में कहीं भी जाएं लेकिन वापस आकर इस देश के लिए भी कुछ करना चाहिए। केन्द्रीय मंत्री ने छात्रों के सवाल का जबाब देते हुए कहा कि मेंटल स्ट्रेस हो या कोई और तनाव, इसके पीछे कई वजह होती हैं। प्रतिस्पर्धा सबसे बड़ी वजह है। इसलिए हेल्दी प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। अच्छे अंक या कम अंक पाने पर परिजन, मित्र कैसी प्रतिक्रिया देते हैं, यह जरूरी है। नकारात्मक प्रतिक्रिया छात्र के मेंटल स्ट्रेस के पीछे सबसे बड़ी वजह है। उन्होंने कहा कि लाखों साल में भारतीय सभ्यता का विकास हुआ। भारत के परिप्रेक्ष्य में मेंटल वेलनेस काफी जरूरी मुद्दा है। सरकारें स्टूडेंट्स के मेंटल वेलनेस को लेकर क्या कर रही है। हमने बड़ा कदम उठाया है। भारत सरकार ने इस वर्ष के बजट में 1200 करोड़ रुपये मानसिक स्वास्थ्य के लिए ही आवंटित किए हैं जिसका लाभ मिल रहा है। इसके अलावा आयुष्मान भारत में भी मानसिक रोगियों के इलाज की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि युवा अपने कार्य और जीवन में एक बेहतर संतुलन बनाकर चलें जिससे कि वह कम से कम तनाव में रह सके।