Faridabad। सूरजकुंड अन्तरराष्ट्रीय शिल्प मेला (Surajkund International Crafts Fair) गत 37 वर्षों से देश-विदेश की संस्कृति, वेशभूषा, गीत-संगीत को एक मंच प्रदान करता आ रहा है। रविवार को 37वें सूरजकुंड मेला के 17वें तथा समापन दिवस के अवसर पर मुख्य चौपाल और छोटी चौपाल पर देशी-विदेशी कलाकारों ने अपनी कलाओं से दर्शकों का मनोरंजन किया।
मुख्य चौपाल पर मेला के पार्टनर देश तंजानिया के कलाकारों ने वहां के ट्रेडिशनल डांस जान्जिवा की प्रस्तुति से मेले में चार चांद लगा दिए। असम की गुवाहाटी से आए कलाकारों ने रंगाली विहू डांस की शानदार प्रस्तुति दी। असम में फाल्गुन के महीने में किसान की फसल को काटने के उपरांत रंगाली विहू डांस किया जाता है। असम के लोग प्रकृति की सुंदरता के रंग को विहू डांस के द्वारा खुशी मनाकर किया करते हैं। इसी प्रकार अफ्रीका के साओ तोमे एंड प्रिन्सिपी से रेजिस दे सेओतोमे गु्रप ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा में सोकोपे डांस की बेहतरीन प्रस्तुति दी। किर्गिस्तान के कलाकारों ने नारिस्ते नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। इथोपिया देश के नेशनल गु्रप ने अपनी गौरव गाथा को डांस के माध्यम से सभी दर्शकों के समक्ष रखा।
छोटी चौपाल पर कलाकारों ने अपनी कलाओं से दर्शकों को किया मंत्र मुग्ध
शिल्प मेला की छोटी चौपाल पर दिनभर देशी कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा बिखेरी। कलाकारों ने चौपाल पर अपने सुंदर नृत्य, गायन शैली से दर्शकों का मन लगाए रखा। कलाकार अमित गंगानी ने कत्थक नृत्य, अंजली भाटी व संदीप यादव ने हरियाणवी लोक नृत्य, साबरदीन ने रागनी, दिनेश रहेजा ने गजल, शिवा चौधरी ने हरियाणवी फोक डांस, ब्रज मोहन ने आयोध्या थीम, पंजाब के रवि एंड ग्रुप ने भंगडा, असम के राजीव एंड गु्रप ने वीहू नृत्य, राजस्थान के रूप सिंह गु्रप ने चकरी नृत्य, महाराष्ट्र के विक्की गु्रप ने लावणी नृत्य, आंध्रप्रदेश के राम किशोर माझी ने लंबाडी नृत्य, उडीसा के ग्रुप ने जप नृत्य, अमित एंड गु्रप ने कच्ची घोडी नृत्य, प्रताप एंड गु्रप ने सारंगी वादन, गुजरात के प्रदीप एंड गु्रप ने रास नृत्य, गुजरात के रघु भाई ने मेवासी नृत्य की शानदार प्रस्तुति से छोटी चौपाल पर दर्शकों का मन मोह लिया। वहीं दूसरी ओर हास्य कलाकार नीरज कौशिक ने अपने हास्य कला से दर्शकों को खूब गुदगुदाया।