नई दिल्ली। मार्च के महीने में मई जैसी गर्मी से उत्तर भारत के लोग का बड़ा काफी परेशान है । मौसम विभाग के मुताबिक 122 सालों में मार्च इस बार सबसे गरम रहा, वहीं 1908 के बाद सबसे कम बारिश मार्च में दर्ज हुई। मौसम विभाग के मुताबिक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के अभाव में उत्तर भारत में इस दौरान असामान्य रूप से पारा तपा और कम बारिश हुई। दक्षिण भारत का मौसम तंत्र भी इस कारण प्रभावित हुआ। पूरे देश में इस बार मार्च का औसत अधिकतम तापमान 33.10 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो पिछले 122 साल में सर्वाधिक था।
मौसम विभाग के मुताबिक लू चलने का सिलसिला अगले दो चार दिनों में और बढ़ेगा। जम्मू, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, झारखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश ओर मध्य प्रदेश इससे सबसे अधिक प्रभावित होंगे। वहीं अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में अगले दो दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है।