पटना : केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को पटना में 23 जून को होने वाली बैठक को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वे पहले बताएं कि उनके गठबंधन का नेता कौन है। उन्होंने कहा कि जो विपक्षी दल बिहार जा रहे हैं, उन्हें नीतीश कुमार से वहां चल रहे भ्रष्टाचार के बारे में पूछना चाहिए। विपक्षी नेताओं को नीतीश कुमार से 1,750 करोड़ के पुल के बारे में पूछना चाहिए, जो कई बार ताश के पत्तों की तरह ढह गया है। उन्हें उनसे कई एंबुलेंस घोटाले के बारे में भी पूछना चाहिए। करोड़ों रुपये और बिल्डरों द्वारा किये गये घोटाले पर भी सवाल पूछा जाना चाहिए। इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि विपक्ष का पीएम का चेहरा कौन होगा। ममता बनर्जी तो कह रही हैं कि कांग्रेस पार्टी सीपीएम से दोस्ती करेगी तो वो नहीं आएंगी। इनमें आपस में ही खटपट है। ये कुर्सी के लिए स्वार्थी लोगों का गठबंधन है। हिंदुस्तान आपस में लड़ने वाली सरकार नहीं चाहता है। विपक्षी पार्टी मिलें, चाय पीएं, लिट्टी खाएं, लेकिन न बिहार उनके साथ जाएगा और न देश जाएगा।
23 जून को होनी है विपक्षी दलों की बैठक : नीतीश कुमार की पहल पर एनडीए के खिलाफ संयुक्त मोर्चा बनाने के लिए पटना में विपक्षी दलों की बैठक पहले 12 जून को होनी थी, लेकिन बैठक को स्थगित कर दिया गया, क्योंकि राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तताओं के कारण बैठक में उस दिन नहीं पहुंच सकते थे। अब पटना में 23 जून को विपक्ष की बैठक होगी। 23 की बैठक में राहुल गांधी, खड़गे और स्टालिन के अलावा अन्य बड़े विपक्षी नेताओं में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव शामिल होंगे।