पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने बुधवार को पटना के कुम्हरार में नवनिर्मित देश के सबसे बड़े परीक्षा केंद्र बापू परीक्षा परिसर (Bapu Exam Complex) का उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने रिमोट से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की विभिन्न योजनाओं का भी शुभारंभ किया।
बापू परीक्षा परिसर (Bapu Exam Complex) के उद्घाटन करने के पश्चात मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमलोग बहुत पहले से कोशिश कर रहे थे कि पटना में एक बड़ा परीक्षा भवन बने, जहां बैठकर बड़ी संख्या में परीक्षार्थी परीक्षा दे सकें। पटना में परीक्षा भवन का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। बाकी जगहों पर भी इसका निर्माण करवा रहे हैं। इस भवन में हर दिन परीक्षा हो सकती है। हमारी इच्छा के अनुसार यहां पर भवन बन गया है, इससे मुझे खुशी है। हमने ही कहा था कि इस भवन का नामकरण बापू के नाम पर कीजिए।
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सीएम नीतीश ने कहा कि बापू के नाम पर ही इसका नामकरण बापू परीक्षा परिसर किया गया है, यह बहुत खुशी की बात है। आप लोग देख रहे हैं कि हमलोग कितना काम कर रहे हैं। आज चंद्रयान-3 की होनेवाली लैंडिंग को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अच्छी बात है। यह खुशी की बात है।
सीएम ने कहा कि बापू परीक्षा परिसर का निर्माण परीक्षा व्यवस्था को और उत्कृष्ट बनाने के लिए किया गया है। 261.11 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 6 एकड़ में फैले बापू परीक्षा परिसर का निर्माण कराया गया है। आधुनिक सुविधाओं से युक्त इस परीक्षा केंद्र में ऐसी व्यवस्था की गई है कि विभिन्न परीक्षाओं के संचालन में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो।
मुख्यमंत्री ने आज बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) के द्वितीय चरण के सुधारों की कार्ययोजना का शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने बिहार बोर्ड के मेधावी विद्यार्थियों के लिए इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए पटना प्रमंडल में निःशुल्क आवासीय अनुशिक्षण (Free Residential Tuition) (कोचिंग) तथा शेष 8 प्रमंडलीय मुख्यालयों में निःशुल्क गैर आवासीय अनुशिक्षण (कोचिंग) कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया|
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द्वितीय चरण के सुधारों की कार्ययोजना के तहत राज्य के शेष सभी 29 जिलों में परीक्षा भवनों की स्थापना तथा राज्य के सभी 38 जिलों में वज्रगृहों की स्थापना की जाएगी। राज्य के सभी 9 प्रमंडलों में कंप्यूटर आधारित परीक्षा के लिए ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों-सह- कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना, राज्य के सभी मैट्रिक एवं इंटर शिक्षण संस्थानों में प्रति माह एसेसमेंट सिस्टम की शुरुआत तथा राज्य के सभी इंटर एवं मैट्रिक शिक्षण संस्थानों में लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम का भी अधिष्ठापन किया जाएगा।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की सभी प्रकार की सेवाओं के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था, नये इंटर एवं मैट्रिक स्तरीय शिक्षण संस्थानों के लिए जीआईएस बेस्ड ऑनलाइन एफलिएशन एंड इंस्पेक्शन सिस्टम की व्यवस्था तथा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की सभी परीक्षाओं में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित फॉर्म भरने की प्रक्रिया एवं आर्टिफिशियल बेस्ड डेटा सैनिटाइजेशन की व्यवस्था होगी। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की सभी परीक्षाओं में आरएफआईडी बेस्ड सिक्यूरिटी एवं ट्रैकिंग सिस्टम की व्यवस्था होगी।
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इससे पहले मुख्यमंत्री ने उद्घाटन के पश्चात पांच तल्ल वाले परीक्षा केंद्र के भवन का निरीक्षण किया। मुख्य भवन को ए और बी ब्लॉक में बांटा गया है, जहां 20 हजार से 25 हजार विद्यार्थियों के ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा देने की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने पहले एवं पांचवें तल्ले पर जाकर परीक्षा हॉल एवं विभिन्न कमरों का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने भवन की छत पर लगे सोलर प्लेट को भी देखा तथा वहां और अधिक सोलर प्लेट लगाने का अधिकारियों को निर्देश दिया।